Digital Arrest: साइबर गिरोह से जुड़े अपराधियों ने तीन महीने से डिजिटल अरेस्ट कर गया जिले के एक शिक्षक से 40.62 लाख रुपये की ठगी कर ली. अपराधियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बता कर मनी लॉन्डिंग के नाम पर मगध विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के गंगहर गांव के रहनेवाले शिक्षक संजीव कुमार रविदास को निशाना बनाया और 40 लाख 62 हजार 700 रुपये की ठगी कर ली. इस मामले को लेकर पीड़ित शिक्षक संजीव कुमार रविदास ने साइबर थाने की शरण ली है. हालांकि, इस मामले को साइबर थाने की पुलिस के साथ-साथ पुलिस के वरीय अधिकारियों ने भी गंभीरता से लिया और प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
सीबीआई का ऑफिसर बन किया था वीडियो कॉल
पीड़ित शिक्षक संजीव कुमार रविदास ने बताया है कि संदीप दागर नाम का एक व्यक्ति सीबीआई का ऑफिसर बन कर वीडियो कॉल किया. उनसे पूछा कि कभी आपने अपना आधार नंबर किसी दूसरे व्यक्ति को दिया है. चंद पैसे के लालच में अपराधियों की मदद की है और उनके खाते से 17 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. इसके लेकर मनी लॉन्डिंग का केस हुआ है.
साइबर अपराधी भेजते थे कागजात
साइबर अपराधी कभी हाइकोर्ट से तो कभी सुप्रीम कोर्ट से बेल कराने के नाम पर और कभी खाता वेरीफिकेशन कराने के नाम पर पैसे लेते गया. इस दौरान तीन महीने डिजिटल अरेस्ट रहे और उनके घर पर डाक के माध्यम से फर्जी एकनॉलेजेमेंट लेटर फाइनेंशियल डिपार्टमेंट दिल्ली पुलिस व रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम से आता था. साथ ही उसमें लिखा रहता था कि अन्य सारी वेरीफिकेशन के बाद सही रहने पर सारे रुपये वापस कर दिये जायेंगे.
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