Cyber Crime: देवघर-53 लाख की साइबर ठगी के एक आरोपी की तलाश में कर्नाटक पुलिस की चार सदस्यीय टीम सोमवार को देवघर पहुंची. यहां साइबर थाने में आरोपी के बारे में जानकारी हासिल कर कर्नाटक पुलिस की टीम आरोपी का पता करने में जुटी है. कर्नाटक पुलिस को आरोपी का सुराग मिला या नहीं, इस बारे में कुछ जानकारी नहीं मिल पायी है. कर्नाटक पुलिस की छापेमारी टीम इंवेस्टमेंट कंपनी ब्लॉग बेटेलियंस प्राइवेट लिमिटेड के कथित डायरेक्टर दिग्विजय सरकार की तलाश में आयी है. दिग्विजय पर साइबर थाना देवघर के केस में भी वारंट जारी है और यहां की पुलिस को भी उसकी तलाश है. फिलहाल वह कहां है, इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं है.
दिग्विजय को हाईकोर्ट से मिली थी सशर्त जमानत
बताया जा रहा है कि साइबर फ्रॉड जमानत पर जेल से छूटने के बाद देवघर छोड़ चुका है. कहां रहता है? इस बारे में पुलिस को कोई पता नहीं चल पाया है. देवघर साइबर थाने की पुलिस ने आस्ट्रेलिया के मेलबोर्न में रह रहे भारतीय मूल के शाजी जॉन से 82 लाख की ठगी के आरोप में दिग्विजय समेत उसके एक साथी को गिरफ्तार कर 28 फरवरी 2022 को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा था. इस मामले में दिग्विजय को हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली थी, जिसमें पीड़ित के निवेश के नाम की गयी ठगी की रकम वापस करने का निर्धारित समय दिया गया था. हालांकि जमानत पर छूटने के बाद वह देवघर छोड़कर कहीं चला गया. पीड़ित को निवेश की रकम वापस नहीं होने की जानकारी कोर्ट को हुई तो दिग्विजय के खिलाफ फिर से वारंट जारी हुआ.
देवघर पुलिस को भी है उसकी तलाश
देवघर पुलिस को भी उसकी तलाश है. वर्ष 2022 में देवघर साइबर थाने की पुलिस ने विलियम्स टाउन मुहल्ले में छापेमारी कर दिग्विजय व उसके साथी बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित महादेव सिमरिया गांव निवासी राजीव रंजन कुमार को गिरफ्तार किया था. इन दोनों के पास से छह मोबाइल, 10 सिमकार्ड, 22 एटीएम कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, एक पासबुक, चार चेक बुक, अमेरिकी डॉलर, एक कैंसिल्ड चेक और तीन लैपटॉप बरामद किये गये थे. उस वक्त देवघर पुलिस के डीएसपी सुमित प्रसाद ने पत्रकार वार्ता में जानकारी दी थी कि जब्त तीन लैपटॉप में से एक की कीमत दो लाख रुपये है. वहीं बरामद मोबाइल डेढ़ लाख रुपये के थे. आस्ट्रेलिया के मेलबोर्न में रह रहे भारतीय मूल के शाजी जॉन से ठगी की गयी थी.
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