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एसयूवी की विशेष टीम तलाशेगी नये साक्ष्य, इडी ने कसा संजीव हंस और गुलाब यादव पर शिकंजा



आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आइएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव पर शिकंजा कसने लगा है. बिहार पुलिस की विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने इस मामले में आइएएस और पूर्व विधायक सहित सभी 14 आरोपियों के विरुद्ध एफआइआर के बाद मामले की जांच को लेकर अलग टीम गठित कर दी है. यह टीम जल्द ही उन स्थानों पर जाकर अपनी जांच शुरू करेगी, जहां-जहां प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की थी. इससे पुख्ता साक्ष्य इकट्ठा होने के साथ ही भ्रष्टाचार की कड़ियों को एक-दूसरे से जोड़ने में मदद मिलेगी.

जानकारी के मुताबिक यह टीम पटना के साथ ही झंझारपुर, पुणे, दिल्ली, कोलकाता, पंजाब के साथ गुडगांव व अन्य स्थानों पर जायेगी. जांच के दौरान देखा जायेगा कि हंस, गुलाब व अन्य आरोपियों ने आय से अधिक कितनी संपत्ति अर्जित की है. यह संपत्ति किस तरीके से इकट्ठा की गयी और उसमें आरोपियों का कितना शेयर है.

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मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय ने विशेष निगरानी इकाई को 13 पन्नों में आरोपियों का जो विवरण भेजा है, उसमें इनके पास से बरामद की गई संपत्ति और संभावित का पूरा ब्योरा दिया गया है. लेकिन एसवीयू अपने स्तर से इसकी जांच करेगी.सूत्रों की माने तो जांच की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और कोशिश होगी जल्द से जल्द इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया जा सके.

इडी ने पहली बार जुलाई महीने में हंस और गुलाब के पटना, झंझारपुर, पुणे समेत 21 स्थानों पर एक साथ छापा मारा था. इसके बाद इसी कड़ी में आगे बढ़ते पंजाब, दिल्ल, गुडगांव, कोलकाता, मुंबई में भी छापा मारा था, जहां से 13 किलो चांदी, दो किलो सोना, 87 लाख रुपये नकद समेत निवेश से जुड़े काफी दस्तावेज वगैरह बरामद किये गये थे.

इसके पहले हंस के पास से बेशकीमती विदेशी घड़ियां समेत अन्य दस्तावेज भी बरामद किये गये थे. मालूम हो कि इडी की अनुशंसा पर बिहार पुलिस की विशेष निगरानी इकाई इस मामले में एफआइआर दर्ज कर अनुसंधान कर रही है.