होम क्वॉरेंटाइन से भाग रहें लोग, जानें कैसे घर में रहने से बच सकती है आपकी और आपके परिवार की जान
नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच आंध्र प्रदेश में दो गैर-आवासीय भारतीयों के खिलाफ कृष्णा जिले के माइलाराम में होम क्वारंनटाइन से भागने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि ये दोनों 14 मार्च को अमेरिका से लौटे थे और उन्हें होम क्वारंनटाइन के तहत रखा गया था। आज वे दोनों अपने घरों से गायब पाए गए। हालांकि, होम क्वारंटाइन से भागने का ये पहले मामला नहीं है। इससे पहले कानपुर के ही एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखे गए पांच मरीज भाग गए थे। हालांकि, उनमें से कुछ की कोरोना वायरस के लिए टेस्ट रिपोर्ट आई नहीं थी।
केरल के रहने वाले अनुपम मिश्रा, कोल्लम के उपजिलाधिकारी, जिन्हें 19 मार्च को विदेश से लौटने के बाद घर पर रहने के लिए कहा गया था, वह कानपुर चले गए हैं। जिला कलेक्टर ने राज्य सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि उप-संग्रहकर्ता ने संगरोध प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है। दरअसल, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में इसके लक्षण 14 दिन के बाद नजर आते हैं। ऐसे मे बेहद जरुरी है कि यदि आप हाल फिलहाल में विदेश यात्रा करके लौटें है तो आप खुद को क्वारेंटाइन कर ले। क्योंकि, यदि आपने ऐसा नहीं किया तो आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी नुकसान पहुंचाएंगे। अगर आपको कोरोना के संक्रमण का शक है तो कृपया सार्वजनिक समारोह, शादी, पार्टी आदि से 14 दिन या स्वस्थ होने तक शामिल नहीं हों।
कैसें हो होम क्वॉरेंटाइन
– होम क्वॉरेंटाउन के लिए सबसे पहले तो एक ऐसा कमरे को चुने जो हवादार हो और जिसमें टॉयलेट हो।
– यदि आप अकेले नहीं रह सकते और उस कमरे में आपके साथ कोई और भी है तो आप दोनों में भी कम से कम एक मीटर की दूरी होने जरुरी है।
– जो व्यक्ति क्वॉरेंटाइन हो रहा है उसके लिए बेहद जरुरी है कि वो घर के बुजुर्ग, गर्भवती महिला और बच्चों से दूरी बनाए रखें।