कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, भारत नहीं आ सकेंगे किसी भी देश के नागरिक
नई दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने राजनयिक, रोजगार को छोड़कर टूरिस्ट समेत लगभग सभी तरह के वीजा को 15 अप्रैल तक रद कर दिया। म्यांमार से लगती सीमा को भी सील कर दिया गया है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है। संगठन ने इसके खतरनाक स्तर पर प्रसार और गंभीरता और इसे रोक पाने में असमर्थता पर गंभीर चिंता जताई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि राजनयिक, आधिकारिक, संयुक्त राष्ट्र/अंतरराष्ट्रीय संगठनों, रोजगार और प्रोजेक्ट वीजा को छोड़कर पहले से जारी टूरिस्ट समेत सभी श्रेणी के वीजा को 15 अप्रैल तक रद कर दिया गया है। यह आदेश 13 मार्च की मध्यरात्रि से लागू होगा। देश में वीजा मुक्त प्रवेश की सुविधा वाले भारतीय मूल के लोगों को भी अब वीजा के लिए आवेदन करना पड़ेगा।
बता दें कि चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस (कोविड-19) अब तक दुनिया के 117 देशों में पहुंच चुका है। दुनियाभर में करीब एक लाख 20 हजार लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है और 4298 लोगों की जान जा चुकी है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि चीन के बाहर यह वायरस पिछले दो हफ्ते के दौरान 13 गुना ज्यादा तेजी से फैला है। हालांकि, संगठन ने इस वायरस को लेकर पहले से जारी एडवाइजरी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है।
क्रूज जहाजों को इजाजत नहीं
भारत ने कोरोना वायरस से प्रभावित देशों के बंदरगाहों पर एक फरवरी या उसके बाद ठहरने वाले क्रूज जहाजों के भारत में प्रवेश पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है। जहाजरानी मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले चालक दल के सदस्यों के प्रवेश पर भी पाबंदी रहेगी।
स्वत: कोरंटाइन का आग्रह
सरकार ने चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, थाइलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की हाल में यात्रा करने वाले लोगों से खुद को 14 दिनों तक स्वत: कोरंटाइन का आग्रह किया है। सरकार ने कंपनियों से भी इन देशों से लौटने वाले अपने कर्मचारियों से 14 दिनों तक घर से ही काम लेने को कहा है।