Railway: चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के कारण आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में हाई अलर्ट है. बंगाल की खाड़ी में दबाव के कारण तटीय राज्यों में मौसम विभाग ने तेज हवा के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इस दौरान जनजीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के साथ ही रेलवे की ओर से विशेष तैयारी की गयी है. मंगलवार को केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चक्रवात ‘मोंथा’ को देखते हुए इससे निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित इस समीक्षा बैठक में पूर्वी तट के किनारे रेलवे नेटवर्क की तैयारियों का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया. केंद्रीय मंत्री ने यात्री सुरक्षा, रेल विनियमन, बहाली योजना और स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए किए जा उपायों की समीक्षा की और रेलवे अधिकारियों को चक्रवात के प्रभाव, विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना में पूर्वी तट के किनारे आवश्यक सावधानी बरतने का निर्देश दिया.
रेल नेटवर्क को होने वाले नुकसान का किया आकलन
समीक्षा बैठक में निर्बाध संचार और आपदा प्रतिक्रिया टीमों की समय पर तैनाती की आवश्यकता पर बल देते हुए केंद्रीय मंत्री ने सभी रेलवे जोनों को हाई अलर्ट पर रहने और चक्रवात के बाद रेल सेवाओं की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. रेलवे की ओर से चक्रवात ‘मोंथा’ की वास्तविक समय में समन्वय और प्रतिक्रिया के लिए मंडलीय ‘वार रूम’ सक्रिय कर दिया गया है. आवश्यक सामग्री, मशीनरी और मानव संसाधन को तैयार रखा गया है. विशेष तौर पर विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और गुंटूर मंडल में विशेष तैयारी की गयी है.
निरंतर निगरानी की जा रही है रेल परिचालन की
यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए रेल परिचालन की निरंतर निगरानी की जा रही है. पूर्व तटीय रेलवे, दक्षिण तटीय रेलवे और दक्षिण मध्य रेलवे जोनों को आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए संसाधन जुटाने और सभी आवश्यक सुरक्षा सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है. पूर्व तटीय रेलवे के महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल ने प्रधान विभागाध्यक्षों और मंडलीय रेल प्रबंधकों के साथ रेल मंत्री को संवेदनशील क्षेत्रों, विशेषकर वाल्टेयर और खुर्दा रोड मंडल में पहले से ही शुरू किए गए एहतियाती उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.