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देश की सुरक्षा में पुलिस और अर्धसैनिक बलों का रहा है अहम योगदान


Defense: नक्सलवाद धीरे-धीरे इतिहास बनने की राह पर है. नक्सलियों के खिलाफ अभियान की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब प्रमुख नक्सली नेता हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. मौजूदा समय में देश की सुरक्षा के लिए पुलिस और सुरक्षा बल हर खतरे का सामना करने के लिए डटे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश की सुरक्षा के साथ पुलिस बलों को आधुनिक तकनीक की सुविधाओं से लैस करने का काम किया है.

मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वर्ष  2018 में ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक’ की स्थापना का मकसद शहीद पुलिसकर्मियों के योगदान का याद करने के लिए किया गया था. सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि मौजूदा समय में पुलिस बल ड्रोन, सर्विलांस सिस्टम, फॉरेंसिक लैब और डिजिटल पोलिसिंग जैसे आधुनिक संसाधनों से लैस हो पाए हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पहले विकास के नाम पर कुछ नहीं था, वहां अब स्कूल, सड़कें और अस्पताल बन चुके हैं. रेड कॉरिडोर अब ग्रोथ कॉरिडोर बन चुका है. यह सफलता सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि पुलिस,अर्धसैनिक बलों और स्थानीय प्रशासन के सामूहिक प्रयास का नतीजा है. 

सबका मिशन देश को विकसित राष्ट्र बनाना

रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना और पुलिस भले ही अलग-अलग मोर्चे पर काम करती है, लेकिन दोनों का मिशन राष्ट्र की रक्षा करना है. देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत होना जरूरी है. मौजूदा समय में सीमा पर खतरा बना हुआ है और वहीं दूसरी ओर समाज के अंदर अपराध, आतंकवाद एवं वैचारिक युद्ध का खतरा लगातार नये स्वरूप में सामने आ रहा है. अपराध अब पहले से कहीं अधिक संगठित, अदृश्य व जटिल हो गए हैं, जिनका उद्देश्य समाज में अराजकता, आपसी विश्वास को कमजोर करना और राष्ट्र की सुरक्षा को चुनौती देना है. 

ऐसे में अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी के साथ-साथ समाज में विश्वास बनाए रखने के नैतिक दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के लिए पुलिस बल भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गयी है.  नागरिक चैन की नींद सो पा रहे हैं, तो इसका श्रेय हमारे सतर्क सशस्त्र बलों और सतर्क पुलिस कर्मियों को जाता है. राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन के संगठित एवं ठोस प्रयासों ने नक्सलवाद के विस्तार से रोकने में निर्णायक भूमिका निभाई है.

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