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डिजिटल युग में समय के उपयोग के बदलते पैटर्न की खोज 


Time Use survey: सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) सोमवार को तिरुवनंतपुरम, में समय उपयोग सर्वेक्षण (टीयूएस), 2024 पर एक डेटा उपयोगकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर रहा है. इस सम्मेलन का उद्देश्य डेटा उत्पादकों और उपयोगकर्ताओं के बीच संवाद को मजबूत करना है, जिससे सामाजिक-आर्थिक नीति निर्माण में टीयूएस डेटा के महत्व और अनुप्रयोगों के बारे में अहम जानकारी प्राप्त हो सके.

यह सम्मेलन देश के सांख्यिकीय ढांचे को बेहतर बनाने के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने के लिए आयोजित किया गया हैं. इस विचार-विमर्श से भारत की सांख्यिकीय प्रणाली में समय उपयोग सर्वेक्षण की प्रासंगिकता को बल मिलने की उम्मीद है, जिससे नीति निर्माताओं को मजबूत आंकड़ों के आधार पर महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक प्रश्नों का समाधान करने में मदद मिलेगी.

समय का उपयोग कैसे करना चाहिए इस पर होगा मंथन

समय उपयोग सर्वेक्षण (टीयूएस) इस बारे में महत्‍वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है कि व्यक्ति विभिन्न भुगतान और अवैतनिक गतिविधियों, देखभाल कार्य, सीखने और अवकाश के दौरान अपने समय का किस प्रकार उपयोग करते हैं.  यह सर्वेक्षण 2019 के पिछले सर्वेक्षण पर आधारित है और भारत में कार्य और जीवन पद्धति में बदलावों, विशेष रूप से लैंगिक भूमिकाओं और विकसित होती सामाजिक-आर्थिक गतिशीलता के संदर्भ में तुलनात्मक साक्ष्य प्रदान करता है. इस सम्मेलन में लगभग 175 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे, जिनमें शोधकर्ता, अर्थशास्त्री, नीति-निर्माता, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि, नागरिक समाज के प्रतिनिधि, शिक्षा जगत और मीडिया के संस्थान शामिल होंगे. 

कार्यक्रम में इस क्षेत्र के विशेषज्ञ और राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे. उद्घाटन सत्र के बाद सर्वेक्षण की रूपरेखा, प्रमुख निष्कर्षों और टीयूएस डेटा की उपयोगिता पर तकनीकी सत्र, एक पैनल चर्चा और प्रतिभागियों के साथ एक मुक्त संवादात्मक सत्र होगा. यह कार्यक्रम टीयूएस डेटा की उपयोगिता और लिंग, रोजगार और स्वास्थ्य सेवा अर्थव्यवस्था पर समावेशी नीतियों को आकार देने में इसकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा. समय के उपयोग, देखभाल कार्य और एक नए डिजिटल युग में लैंगिक भूमिकाओं के बदलते पैटर्न” पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे.