Uttarakhand Flood: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार तड़के बादल फटने और रातभर हुई भारी बारिश के चलते भारी तबाही मच गई.कम से कम 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, वहीं 500 से अधिक लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। ज़िले के कई हिस्सों में नदियां उफान पर हैं और जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है.
सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके
जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, सहस्त्रधारा, मालदेवता, संतला देवी, और डालनवाला क्षेत्र आपदा से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं.इन इलाकों में कई घरों में पानी भर गया है, सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं और बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित है.
आसन नदी में बड़ा हादसा 8 शव बरामद, रेस्क्यू जारी
बारिश के कहर के बीच आसन नदी में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज बहाव में बह गई.इस ट्रॉली में सवार 10 से 12 लोग थे. SDRF (राज्य आपदा राहत बल) की टीम ने मौके पर पहुंचकर घंटों चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 लोगों को जिंदा बचाया, जबकि 8 लोगों के शव बरामद किए गए हैं.अभी भी कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है.
तमसा नदी का कहर, टपकेश्वर मंदिर डूबा
तेज़ बारिश के चलते तमसा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है. इस नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. मंदिर के प्रवेश द्वार पर स्थित हनुमान जी की विशाल प्रतिमा कंधों तक पानी में डूबी हुई है.मंदिर के पुजारी बिपिन जोशी ने बताया कि उन्होंने पिछले 30 वर्षों में ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा.
मौसम विभाग का अलर्ट अगले 5 दिन भारी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल, चंपावत, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज़ बौछारों का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी 16 से 20 सितंबर 2025 तक लागू रहेगी.