प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को बिहार को बड़ी सौगात देंगे. वे पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का शुभारंभ करेंगे, जो उत्पादन, प्रौद्योगिकी, मूल्य संवर्धन और निर्यात को बढ़ावा देगा. देश के कुल मखाना उत्पादन में बिहार की हिस्सेदारी लगभग 90 फीसदी है, जिससे राज्य वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान और मजबूत करेगा.
प्रधानमंत्री पूर्णिया हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही वे करीब 36,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इनमें भागलपुर के पीरपैंती में 25,000 करोड़ रुपये की 3×800 मेगावाट ताप विद्युत परियोजना प्रमुख है. यह निजी क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है, जो अल्ट्रा-सुपर क्रिटिकल तकनीक से तैयार होगा और राज्य की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती देगा.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री 2,680 करोड़ रुपये की कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे. इससे नहरों के उन्नयन, जल निकासी क्षमता बढ़ाने और बाढ़ नियंत्रण में मदद मिलेगी. पूर्वोत्तर बिहार के जिलों को सिंचाई और कृषि मजबूती का लाभ मिलेगा.
बिक्रमशिला-कटारिया रेल लाइन की रखेंगे आधारशिला
रेल संपर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री बिक्रमशिला-कटारिया रेल लाइन (2,170 करोड़ रुपये) की आधारशिला रखेंगे और अररिया-गलगलिया (4,410 करोड़ रुपये) रेल लाइन का उद्घाटन करेंगे.वे अररिया-गलगलिया खंड पर नई ट्रेन और जोगबनी-दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. साथ ही, सहरसा-अमृतसर और जोगबनी-इरोड अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत भी करेंगे, जिससे बिहार के विभिन्न जिलों की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी.
प्रधानमंत्री पूर्णिया में ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन सुविधा’ का उद्घाटन करेंगे, जो पूर्वी भारत की पहली अत्याधुनिक सुविधा है और सालाना 5 लाख डोज तैयार करेगी. यह डेयरी किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होगी. इसके अलावा, प्रधानमंत्री पीएम आवास योजना के तहत 40,920 लाभार्थियों को गृह प्रवेश की सौगात देंगे. साथ ही, वे स्वयं सहायता समूहों को 500 करोड़ रुपये का सामुदायिक निवेश कोष भी वितरित करेंगे. प्रधानमंत्री का यह दौरा बिहार में ऊर्जा, कृषि, परिवहन और सामाजिक विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है.
पूर्वोत्तर राज्यों के लिए पीएम की सौगात
13 सितंबर को प्रधानमंत्री मिजोरम की राजधानी आइजोल में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. सबसे अहम परियोजना बैराबी-सैरांग नयी रेल लाइन है, जो पहली बार मिजोरम को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी. इस 8,070 करोड़ रुपये की परियोजना में 45 सुरंगें और 55 बड़े पुल बने हैं. प्रधानमंत्री सैरांग से दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता के लिए नई एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. इसी दिन प्रधानमंत्री मणिपुर के चूड़ाचांदपुर और इम्फाल में 8,500 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इनमें शहरी सड़कों और जल निकासी परियोजना, पांच राष्ट्रीय राजमार्ग, आईटी परियोजनाएं, महिलाओं के लिए छात्रावास और अनूठे इमा बाजार शामिल हैं.
कोलकाता में संयुक्त कमांडर सम्मेलन का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री 13 सितंबर की शाम गुवाहाटी में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे. 14 सितंबर को वे दरंग और गोलाघाट जिलों में 18,530 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इनमें मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग संस्थान, गुवाहाटी रिंग रोड, ब्रह्मपुत्र पर नया पुल और नुमालीगढ़ रिफाइनरी में बायो-एथेनॉल संयंत्र शामिल हैं. वहीं 15 सितंबर को प्रधानमंत्री कोलकाता में 16वें संयुक्त कमांडर सम्मेलन-2025 का उद्घाटन करेंगे. यह सशस्त्र बलों का शीर्ष-स्तरीय मंच है, जिसमें भविष्य की सैन्य तैयारियों पर विमर्श होगा.