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भीषण बाढ़ भी नहीं रोक सकी शादी का उत्साह, ट्रैक्टर में दूल्हे ने निकली बारात, ट्राली में हुई विदाई  


Punjab Flood Wedding: पंजाब में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. कई जिले बाढ़ और भारी बारिश से हलकान हैं. होशियारपुर जिले का भी यही हाल है. बाढ़ ने यहां तबाही मचा रखी है. सड़कें लबालब हैं और घुटनों तक पानी बह रहा है. कार मोटर तो दूर पैदल चलना तक दुश्वार हो गया है. ऐसे में एक गजब का वाक्या सामने सामने आया है. यहां भीषण बारिश और बाढ़ भी शादी के उत्साह को नहीं रोक सकी. होशियारपुर के खानौरा गांव में भारी बारिश और बाढ़ के बीच एक बारात पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. बुधवार को दूल्हा समेत करीब 20 बाराती 1.5 किलोमीटर तक जलमग्न सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से सवार होकर निकला. इसके बाद कार से आगे 3 किलोमीटर की दूरी तय कर जालंधर जिले में स्थित वधू के गांव पहुंचा.

ट्रैक्टर पर निकली बारात

 दूल्हा अपने परिजनों और मित्रों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर निकला. स्थानीय लोगों ने बताया कि खानौरा गांव में अब भी घुटनों तक पानी भरा हुआ है, जिससे सामान्य वाहन प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में कार से निकलने वाली बारात को ट्रैक्टर पर निकालना पड़ा. वहीं दूल्हे के चाचा केवल सिंह ने बताया “हमें दूल्हे और बारातियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठाना पड़ा क्योंकि कारें गांव में नहीं आ सकती थीं.” उन्होंने बताया कि भारी बारिश और जलभराव के कारण आसपास के कई गांवों से रिश्तेदार शादी में शामिल नहीं हो सके.

ट्राली में हुई दुल्हन की विदाई

दूल्हे ने किसी तरह ट्रैक्टर से बारात निकाली, यही नहीं शादी के बाद दुल्हन और दूल्हा उसी रास्ते ट्रॉली से बाढ़ के पानी को पार कर वापस लौटे. दरअसल,  खानाौरा गांव से एक दूल्हे की बारात निकलनी थी. लेकिन, सड़कों पर इतना पानी भरा था कि न तो पैदल चला जा सकता था और न ही कारों से रास्ता पार किया जा सकता था. भारी बारिश और बाढ़ के कारण मजबूरी में दूल्हे को अपने रिश्तेदारों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली से बारात निकालनी पड़ी.

पंजाब में बाढ़ से मची है तबाही

 पंजाब में बाढ़ से हालात भयावह हैं. तांडा और मुकेरियां उपमंडलों के कई गांवों में खेतों में पानी भरा हुआ है जिससे धान, गन्ना और अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है. तांडा उपमंडल के गांव गंधोवाल, रारा मंड, तल्ही, सलेमपुर, अब्दुल्लापुर, मेवा मियानी और फत्ता कुल्ला, तथा मुकेरियां उपमंडल के मोटला, हलेर जनार्दन, सानिआल, कोलियां, नौशहरा और मेहताबपुर सबसे अधिक प्रभावित गांवों में शामिल हैं. जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 119 गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है जिनमें से गढ़शंकर और मुकेरियां में 31-31, दसूया में 22, तांडा में 25 और होशियारपुर उपमंडल में 10 गांव शामिल हैं.