Delhi Flood Alert: देश की राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है, क्योंकि यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. हथिनीकुंड बैराज से सोमवार सुबह 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे अगले 72 घंटे राजधानी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण माने जा रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, बैराज से छोड़ा गया पानी लगभग 48 से 50 घंटे में दिल्ली पहुंचता है, ऐसे में खतरे की स्थिति बनने की आशंका है.
सीएम रेखा गुप्ता का बयान, घबराने की जरूरत नहीं
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा, “हर घंटे रिपोर्ट ली जा रही है, और सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.” उन्होंने बताया कि यमुना का पानी फ्लड प्लेन तक जरूर पहुंचेगा, लेकिन बाकी इलाकों में इसका असर नहीं होगा.
पुराना रेलवे पुल और निचले इलाकों पर विशेष निगरानी
दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने जानकारी दी कि यमुना नदी का जलस्तर 204.87 मीटर तक पहुंच गया है, और अगले 36 से 48 घंटों में यह खतरे के निशान 206.50 मीटर को पार कर सकता है. उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार अलर्ट मोड पर है. सभी टीमें ग्राउंड पर काम कर रही हैं। जनता को घबराने की जरूरत नहीं है.”
206 मीटर पर शुरू होगी निकासी
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि 206 मीटर जलस्तर पार होते ही फ्लड प्लेन और निचले इलाकों से लोगों की निकासी शुरू कर दी जाएगी. इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है और फ्लड कंट्रोल विभाग लगातार निगरानी कर रहा है. संवेदनशील इलाकों में विशेष गश्त और अलर्ट जारी किया गया है.
दो दिन बेहद अहम
इरीगेशन एंड फ्लड कंट्रोल डिपार्टमेंट के अनुसार, यमुना का जलस्तर 2 सितंबर की शाम 5 से 8 बजे के बीच 206 मीटर पार कर सकता है. वज़ीराबाद बैराज से भी लगभग 38,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई है. आने वाले 48-72 घंटे दिल्ली के लिए निर्णायक होंगे.