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बाढ़ प्रभावित किसानों को हरसंभव मदद देगा केंद्र


Agriculture: देश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कृषि क्षेत्र को व्यापक नुकसान होने की आशंका है. अधिकांश राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण कई राज्य बाढ़ का सामना कर रहे हैं. सोमवार को देश में कृषि क्षेत्र की मौजूदा स्थिति को लेकर एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में विभिन्न राज्यों में बारिश की स्थिति का आकलन किया गया.

बैठक में केंद्रीय मंत्री ने पंजाब और अन्य राज्यों में आई बाढ़ के कारण फसलों पर इसके असर के बारे अधिकारियों से विस्तृत जानकारी हासिल की. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में प्रभावित किसानों के साथ पूरी तरह खड़ी और उन्हें हरसंभव मदद देने का काम करेगी. आने वाले समय में केंद्रीय मंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे और मौके पर पीड़ित किसानों से भी मिलकर उनकी समस्या को समझने की कोशिश करेंगे.

बारिश के कारण देश के कई राज्यों में बाढ़ के हालात है और इससे कृषि क्षेत्र पर प्रतिकूल असर पड़ा है. बाढ़ के कारण किसानों को काफी क्षति हुई है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है. 

देश सामान्य से अधिक बारिश से कृषि उत्पादन बढ़ने की संभावना

कृषि को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे देश में कृषि क्षेत्र की स्थिति का व्यापक आकलन किया. बैठक में बताया गया कि खरीफ बुवाई क्षेत्रफल में पिछले वर्ष के मुकाबले आशाजनक वृद्धि हुई है. खाद्यान्न फसलों के साथ ही बागवानी क्षेत्र की भी समीक्षा की गयी. खासकर आलू, प्याज और टमाटर के उत्पादन की स्थिति और कीमतों के बारे में चर्चा की गयी.

बैठक में अधिकारियों ने विभिन्न राज्यों में हो रही बारिश और जलाशयों की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि  कई राज्यों में इस वर्ष औसत से अधिक बारिश हुई, जो फसलों के लिए अच्छी बात है. अच्छी बारिश के कारण देश के अधिकांश जलाशय  भरे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खाद्यान्न फसलों के साथ ही किसानों को बागवानी सहित इंटीग्रेटेड फार्मिंग के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि किसानों को अधिक लाभ हो सके. भविष्य की मांग को देखते हुए खेतों में अनाज के साथ अन्य वैकल्पिक उपायों से कृषि क्षेत्र का समग्र विकास करना होगा. बागवानी और इंटीग्रेटेड फार्मिंग इस दिशा में कारगर उपाय है.