Home Ministry: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू संभाग के वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया. अपने दौरे के दौरान वे चक मांगू गांव के बाढ़-प्रभावित लोगों से मिले और तवी पुल, शिव मंदिर तथा क्षतिग्रस्त मकानों का निरीक्षण किया. गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सभी एजेंसियों के समन्वित प्रयासों से बड़े पैमाने पर जनहानि को टाला जा सका है और कई लोगों की जान बचाई गई है.
अब ज़रूरत है कि अर्ली वॉर्निंग सिस्टम की सटीकता का क्रिटिकल रिव्यू किया जाए, ताकि भविष्य में ‘जीरो कैज़ुअल्टी’ दृष्टिकोण अपनाया जा सके. उन्होंने मौसम विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) को डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिये बादल फटने जैसी घटनाओं का गहन अध्ययन करने के निर्देश दिये.
नुकसान का आकलन कर जल्द ही दी जायेगी सहायता
गृह मंत्री ने भरोसा दिलाया कि गृह मंत्रालय की सर्वेक्षण टीमें जल्द ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी और नुकसान का आकलन कर त्वरित सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं जल विभाग को प्राथमिकता के आधार पर काम करना होगा, जबकि जरूरत पड़ने पर सेना, अर्द्धसैनिक बल और वायु सेना की मेडिकल टीमों को भी लगाया जायेगा. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पहले ही राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) के तहत 209 करोड़ रुपये की राशि जारी कर चुकी है, जिससे राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं. एनडीआरएफ की 17 टीमें, सेना की 23 टुकड़ियां, वायुसेना के हेलीकॉप्टर, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स(सीएपीएफ) मिलकर बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं. अब तक 5000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है. हम सुरक्षा, पुनर्वास और पुनर्निर्माण को सुगम बनाने के लिए हर प्रकार की राहत, वित्तीय और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराते रहेंगे. दौरे के बाद गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तथा केन्द्र व केन्द्रशासित प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर ताजा हालात की समीक्षा की. बैठक में उन्होंने हाल की आपदा में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं लगातार हालात पर नज़र रख रहे हैं और केन्द्र सरकार हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है.