India Post: भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद को लेकर व्यापार पर असर पड़ा है. अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया है और 27 अगस्त के बाद अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है. इस बीच अमेरिकी टैरिफ को देखते हुए भारतीय डाक विभाग ने 29 अगस्त से अमेरिका जाने वाले पार्सल की सुविधा को अस्थायी तौर पर निलंबित करने का निर्णय लिया है. डाक विभाग के फैसले के मुताबिक 25 अगस्त से अमेरिका के लिए अधिकांश डाक खेपों को अस्थायी रूप से स्वीकार करना बंद कर देगा.
यह फैसला अमेरिकी टैरिफ नियमों में होने वाले बदलाव को देखते हुए लिया गया है. इस फैसले की वजह अमेरिका द्वारा 30 जुलाई को जारी एक आदेश है. आदेश के तहत 800 अमेरिकी डॉलर तक के मूल्य वाले सामानों के लिए शुल्क-मुक्त छूट वापस लेने का निर्णय लिया गया और 29 अगस्त से अमेरिका को भेजे जाने वाले सभी डाक सामान को अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम (आईईईपीए) टैरिफ ढांचे के तहत सीमा शुल्क के दायरे में लाने का फैसला लिया गया.
अब सिर्फ 100 अमेरिकी डॉलर तक की उपहार वाली वस्तुएं ही टैरिफ के दायरे से बाहर होगी. अमेरिकी सरकार के आदेश के अनुसार केवल अंतरराष्ट्रीय वाहक और अमेरिकी सीमा शुल्क की ओर से अनुमोदित डाक शिपमेंट पर शुल्क वसूल और भुगतान की सुविधा होगी.
टैरिफ के कारण लिया गया फैसला
अमेरिकी सरकार के भारतीय उत्पाद पर टैरिफ लगाने के फैसले को देखते हुए भारतीय डाक 25 अगस्त से अमेरिका के लिए सभी प्रकार की वस्तुओं की बुकिंग निलंबित कर देगा. सिर्फ पत्रों, दस्तावेजों और 100 अमेरिकी डॉलर तक के उपहारों की बुकिंग होगी. डाक विभाग का कहना है कि जिन ग्राहकों ने पहले से ही पार्सल बुक कर लिया है और उन्हें भेजा नहीं जा सकता, वे डाक शुल्क वापसी का दावा कर सकते हैं. डाक विभाग ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए खेद जाहिर करता है और भरोसा है कि आने वाले समय में सभी तरह की सेवा बहाल करने के लिए सभी उपाय किए जायेंगे.
गौरतलब है कि भारत सरकार और अमेरिका के बीच व्यापार को सामान्य बनाने के लिए विभिन्न स्तर पर बातचीत का दौर जारी है. आने वाले समय में दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता होने की पूरी संभावना है. स्थिति सामान्य होने के बाद डाक विभाग की सुविधा पूरी तरह बहाल हो जाएगी.