Heavy Rain Alert : राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मानसून पूरी तरह से एक्टिव है. खासकर पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश हो रही है. बीते चौबीस घंटे में बूंदी के इंद्रगढ़ में सबसे अधिक 144 मिलीमीटर बारिश हुई. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा. विभाग ने कहा कि पूर्वी राजस्थान के कोटा, अजमेर, जयपुर, भरतपुर व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में आगामी तीन से चार दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी. कहीं-कहीं भारी से बहुत-भारी बारिश होने की संभावना है.
किस इलाके में कितनी बारिश दर्ज की गई
मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले चौबीस घंटे में इंद्रगढ़ में 14 सेंटीमीटर, धौलपुर के बाड़ी में सात सेंटीमीटर, जयपुर के फागी में पांच सेंटीमीटर, राजसमंद के आमेट, अलवर के कठूमर, बारां के किशनगंज, बाड़मेर के सेड़वा तथा टोंक के मालपुरा में तीन-तीन सेंटीमीटर बारिश हुई. मौसम केंद्र ने बताया कि इसके अलावा बीकानेर, नागौर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, झुंझुनू व सवाईमाधोपुर सहित विभिन्न जिलों में अनेक जगह एक सेंटीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई.
राजस्थान के अलावा इन राज्यों में भी होगी भारी बारिश
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काइमेट के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी भागों में इस वीकेंड भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना नजर आ रही है. 6 जुलाई 2025 (रविवार) को बारिश की तीव्रता अपने चरम पर होगी. हरियाणा, पंजाब के पूर्वी हिस्से, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग तथा पूर्वोत्तर राजस्थान के क्षेत्रों में खराब मौसम का असर प्रमुखता से देखने को मिलेगा.
पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी ट्रफ का असर
स्काइमेट के अनुसार, खराब मौसम की मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी ट्रफ के बीच टकराव है. 6 जुलाई को उत्तर पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो मानसूनी ट्रफ को उत्तर की ओर खींचेगा. इन दोनों मौसम प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से रविवार को भारी बारिश और गरज-चमक के साथ खराब मौसम की स्थिति बन सकती है, जिसका असर अगले 48 घंटे तक बने रहने की संभावना है.