Defense: पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों को अपने अपने धर्म के आधार पर हत्या की, जबकि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर उनके कर्म के आधार पर आतंकी शिविरों को नष्ट करने का काम किया. पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने में सेना ने धैर्य और संयम का परिचय दिया. सेना ने यह प्रयास किया कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी आम नागरिक को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हो. हैदराबाद में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू के 128वें जन्मशती समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही.
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना को भविष्य में आतंकियों के खिलाफ हर तरह की कार्रवाई करने की खुली छूट मिली हुई है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैसा धैर्य और संयम सेना ने दिखा, वैसा ही धैर्य अल्लुरी जी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान दिखाया था. रक्षा मंत्री ने उन्हें योद्धा संत के तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि उनमें नैतिक स्पष्टता और जमीनी स्तर पर नेतृत्व करने की अदभुत क्षमता थी. वे सिर्फ एक क्रांतिकारी नहीं बल्कि आंदोलन थे. उन्होंने हमें सिखाया है कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना सिर्फ अधिकार नहीं बल्कि राष्ट्रधर्म है.
आदिवासियों का सशक्तिकरण है सरकार का लक्ष्य
रक्षा मंत्री ने आदिवासी सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी. उन्हें कहा कि केंद्र सरकार ने पीएम आदिवासी विकास मिशन, स्किल इंडिया, नेशनल सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम जैसे कई कदम उठाए है. सरकार की कोशिश आदिवासी समाज को मुख्यधारा में लाने की है ताकि वे भी सम्मान के साथ जीवन-यापन कर सके. उन्होंने कहा कि अल्लुरी ने जाति बंधन को तोड़ने का काम किया और पूरे देश में उन्हें आदिवासी योद्धा के तौर पर याद किया जाता है. केंद्र सरकार का लक्ष्य देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का है. इसके लिए सरकार समाज के हर वर्ग के विकास को प्राथमिकता देने का काम कर रही है.
इस कड़ी में अल्लुरी जी जन्म समारोह का कार्यक्रम मनाया जा रहा है. मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल के दौरान किए गए व्यापक बदलाव उनकी सोच पर आधारित है. गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान स्थित कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था.