Operation Sindoor: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने पुणे में एक विश्वविद्यालय में व्याख्यान में कहा, “10 मई को लगभग 1 बजे, पाकिस्तान का उद्देश्य 48 घंटों में भारत को अपने घुटनों पर लाना था. कई हमले किए गए और संघर्ष को बढ़ा दिया. हमने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. ऑपरेशन जो उन्होंने सोचा था कि 48 घंटे तक चलेगा, लेकिन 8 घंटे में ही उसने हार मान ली और बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने टेलीफोन उठाया और कहा कि वे बात करना चाहते हैं.”
#WATCH | Pune | Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan says, “…On the 10th of May, at about 1 am, their (Pakistan) aim was to get India to its knees in 48 hours. Multiple attacks were launched and in some manner, they have escalated this conflict, which we had… pic.twitter.com/hBqlz912cU
— ANI (@ANI) June 3, 2025
पाकिस्तान के साथ संघर्ष में नुकसान पर फिर सीडीएस ने दिया बयान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारत को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा, “जब मुझसे हमारी तरफ से हुए नुकसान के बारे में पूछा गया, तो मैंने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं हैं. परिणाम महत्वपूर्ण है. पेशेवर सैन्य बलों पर नुकसान का कोई असर नहीं पड़ता. नुकसान के बारे में बात करना बहुत सही नहीं होगा. मान लीजिए कि आप क्रिकेट टेस्ट मैच खेलने जाते हैं, और आप किसी भी तरह से जीत जाते हैं, तो कितने विकेट, कितनी गेंदें और कितने खिलाड़ी हैं, इसका कोई सवाल ही नहीं है. तकनीकी मापदंडों के आधार पर, हम यह विशेष डेटा निकालेंगे और आपके साथ साझा करेंगे. हम आपको बताएंगे कि हमने कितने विमान नष्ट किए और कितने रडार नष्ट किए. हम इसका एक मोटा आकलन करेंगे और जल्द ही इसके बारे में बताएंगे.”
पहलगाम हमले से पहले आसिम मुनीर ने भारत के खिलाफ उगला था जहर
सीडीएस जनरल चौहान ने कहा, “पहलगाम आतंकवादी हमले से कुछ सप्ताह पहले ही पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था.” आतंकवाद का समर्थन करने की पाकिस्तान की नीति पर सीडीएस जनरल चौहान ने कहा, “हमारे दुश्मन का दृष्टिकोण भारत को हजारों जख्म देकर लहूलुहान करना है.”
आतंकवाद और परमाणु हमले की धमकी से नहीं डरता भारत: सीडीएस
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा, “भारत आतंकवाद और परमाणु हमले की धमकी के साये में रहकर नहीं जीने वाला. हमने मानक बढ़ा दिए हैं, आतंक को पानी से जोड़ा है, आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की नयी रेखा खींच दी है.” सीडीएस जनरल चौहान ने ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर’ में भी युद्ध और राजनीति समानांतर रूप से हो रही थी.”