Monsoon 2025 : इस बार मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने की संभावना है, जबकि आमतौर पर यह एक जून को आता है. यदि यह पूर्वानुमान सही साबित होता है, तो मानसून चार दिन पहले देश में प्रवेश कर जाएगा और झमाझम बारिश शुरू हो जाएगी. केरल में जल्दी मानसून आने से अनुमान लगाया जा रहा है कि अन्य राज्यों में भी यह तय समय से पहले पहुंच सकता है. इससे किसानों और जल संकट वाले क्षेत्रों को राहत मिलने की उम्मीद है.
झारखंड में कब पहुंचेगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय से लगभग पांच दिन पहले पहुंचने की संभावना है. आमतौर पर केरल में मानसून 31 मई या 1 जून को पहुंचता है, लेकिन इस बार इसके 27 मई तक पहुंचने की उम्मीद है. केरल से झारखंड पहुंचने में मानसून को लगभग 10 से 12 दिन लगते हैं, ऐसे में झारखंड में जून के पहले सप्ताह में मानसून दस्तक दे सकता है. इससे पहले प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है, जो धीरे-धीरे मुख्य मानसून में बदल जाएगी. इस वर्ष झारखंड सहित देशभर में अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं.
बिहार में कब पहुंचता है मानसून
इस बार बिहार में भी मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में मानसून के 13 से 15 जून के बीच पहुंचने की संभावना है. पिछले साल मानसून पांच दिन देर से 20 जून को आया था और सामान्य से 20% कम बारिश हुई थी. 2023 में मानसून 12 जून को आया, फिर भी 23% कम बारिश दर्ज की गई. 2020 से 2022 के बीच मानसून 13 जून को पहुंचा था. बिहार में मानसून सीजन के दौरान औसतन 1272.5 मिमी बारिश होती है, लेकिन 2021 के बाद से अब तक सामान्य से अधिक बारिश नहीं हुई है. इस बार अच्छी बारिश की उम्मीद लोगों को है.
मध्य प्रदेश में कब पहुंचेगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून देश में चार दिन पहले पहुंच सकता है. इसके आधार पर मध्य प्रदेश में मानसून के अगले 15 से 18 दिनों के भीतर दस्तक देने की संभावना है. सामान्यतः राज्य में मानसून 15 जून को पहुंचता है, लेकिन हाल के वर्षों में इसका आगमन 18 जून के बाद ही हुआ है. इस बार समय से पहले मानसून आने की उम्मीद जताई जा रही है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह लौट जाता है.