Mock Drills Video: कुछ इस तरह होगी देशभर में मॉक ड्रिल, 7 मई से पहले जम्मू में छात्रों को दी गई ट्रेनिंग
Mock Drills Video: देशभर में आयोजित होने वाली मॉक ड्रिल से एक दिन पहले 6 मई को जम्मू में मॉक ड्रिल शुरू कर दी गई है. जम्मू संभाग के एक स्कूल में छात्रों को मॉक ड्रिल कराया गया. हमले के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए छात्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. सोशल मीडिया में छात्रों को मॉक ड्रिल कराते हुए शिक्षक का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें टीचर छात्रों को मेज के नीचे छीपने और घुटने और हाथ के बल पर नीचे रेंगते हुए चलने की ट्रेनिंग दी गई.
#WATCH | Students in a school in Jammu division are being trained to respond to any eventuality during a mock drill exercise
MHA has directed countrywide mock drills on May 7 pic.twitter.com/8MA9ixoB4A
— ANI (@ANI) May 6, 2025
गृह सचिव करेंगे मॉक ड्रिल की समीक्षा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से बुधवार को मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है. गृह सचिव 244 जिलों में की जा रही नागरिक सुरक्षा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. सभी राज्यों के मुख्य सचिव और नागरिक सुरक्षा प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में हिस्सा लेंगे.
मॉक ड्रिल में क्या-क्या किया जाना है?
गृह मंत्रालय के अनुसार मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे. हमले की स्थिति में खुद को कैसे बचाएं? इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके अलावे बंकरों की सफाई करना शामिल है. इसके अलावा, ब्लैक आउट के उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की रक्षा. नागरिकों को बचाने के उपाए मॉर्क ड्रिल का हिस्सा होगा. ‘मॉक ड्रिल’ में वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो-संचार लिंक का संचालन, नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण भी शामिल है.
पीएम मोदी ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का कर दिया है ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले को अंजाम देने वालों और इसकी साजिश रचने वालों का पृथ्वी के आखिरी छोर तक पीछा करने और उन्हें उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा देने का संकल्प जताया है. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत द्वारा अपने विकल्पों पर विचार करने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई उच्चस्तरीय बैठकें कर रहे हैं. इस हमले में 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.