Loc Firing: भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले के बाद हालात और बिगड़ते जा रहे हैं. इस हमले के बाद पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत उसके खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है. इसी डर में पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की गुहार लगा रहा है.
लगातार सीजफायर उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान
हालांकि दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना खुद ही नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार सीजफायर उल्लंघन कर रही है. 4-5 मई की रात एक बार फिर पाकिस्तानी चौकियों से भारत के जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर इलाकों में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की गई.
11 दिन से लगातार गोलाबारी
पहलगाम हमले के बाद यह लगातार 11वां दिन है जब पाकिस्तान ने एलओसी पर सीजफायर तोड़ा है. बढ़ते खतरे को देखते हुए सीमावर्ती गांवों के स्थानीय नागरिकों ने अपने सामुदायिक और निजी बंकरों की सफाई शुरू कर दी है ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे वहां शरण ले सकें.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2017 में सीमावर्ती क्षेत्रों में 14,460 सामुदायिक और निजी बंकर बनाने की मंजूरी दी थी. अब तक सांबा, कठुआ, जम्मू, पुंछ और राजौरी जिलों में 8,600 से अधिक बंकर बनाए जा चुके हैं.
टारगेट पर थे हिंदू पर्यटक
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन में हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों ने पीड़ितों से उनका धर्म पूछकर उनके कपड़े उतरवाए और उनकी पहचान हिंदू होने पर उन्हें बेरहमी से गोलियों से भून दिया. इस वीभत्स हमले में 26 लोगों की जान गई थी.
हालात तनावपूर्ण, कार्रवाई की आशंका
घटनाक्रम को देखते हुए यह साफ है कि भारत की ओर से बड़ी सैन्य प्रतिक्रिया की संभावना से पाकिस्तान घबराया हुआ है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुद को ‘पीड़ित’ दिखाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं होगा और हर हमले का जवाब दिया जाएगा.