Security: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार हर स्तर पर कदम उठा रही है. दिल्ली में उच्च-स्तरीय बैठकों का दौर जारी है. पहलगाम हमले के बाद उपजे सुरक्षा हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक अहम बैठक हुई. केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीमा सुरक्षा बल, असम राइफल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिदेशक और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गयी. साथ ही आतंकवादी हमले के बाद आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों पर विचार किया गया. सूत्रों का कहना है कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के प्रमुख स्थानों के साथ ही सामरिक महत्व के इलाकों में सुरक्षा को मजबूत करने, सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सख्त उपाय लागू करने पर विचार किया गया.
जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ चल रहा है सख्त अभियान
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में आतंक विरोधी अभियान को तेज कर दिया गया है. स्थानीय आतंकियों, स्लीपर सेल और वित्तीय मदद पहुंचाने वाले लोगों और संगठनों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. राज्य में सेना, अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस मिलकर खुफिया जानकारी के आधार पर सघन अभियान चला रही है. इसके अलावा खुफिया एजेंसियां आतंकी नेटवर्क पर बारीक नजर बनाए हुए है. पहलगाम हमले के बाद सेना और अर्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
हर संभावित खतरे से निपटने के निर्देश
दिल्ली में गृह मंत्रालय कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर अर्धसैनिक बलों के साथ लगातार बैठक कर जरूरी निर्देश जारी कर रहा है. पाकिस्तान के साथ तनाव को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. सीमा सुरक्षा बल को सीमा पर अतिरिक्त निगरानी बढ़ाने और संभावित खतरे से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने की खुली छूट देने की बात सामने आयी है. केंद्र सरकार ने सेना को भी पूरी तरह अलर्ट कर दिया है. आने वाले समय में पाकिस्तान के खिलाफ उठाए जाने वाले कदम के बाद उपजे हालात से निपटने की रणनीति तैयार हो रही है.
पीएम आवास पर उच्चस्तरीय बैठक
मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,सीडीएस अनिल चौहान, तीनों सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में इस बैठक में मौजूदा सामरिक स्थिति का आकलन करने की बात कही जा रही है.