Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार लगातार एक्शन में है. भारत ने साफ स्पष्ट शब्दों में पाकिस्तान को और आतंकवादियों को चेतावनी दी है. केंद्र सरकार अब एक्शन मोड में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं. अब खबर निकलकर सामने आ रही है कि पीएम मोदी कल चार बड़ी बैठके करने वाले हैं. इस बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. पीएम मोदी कल सुबह सबसे पहले CCS की बैठक में हिस्सा लेंगे. बता दें कि पहलगाम हमले के बाद सीसीएस की दूसरी बैठक होगी. इसके बाद सीनियर मंत्रियों के साथ पीएम मोदी बैठक करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी की विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ बैठक करेंगे.
पीएम मोदी सीनियर मंत्रियों के साथ करेंगे बैठक
प्रधानमंत्री मोदी सीसीएस के बैठक के बाद CCPA (Cabinet Committee on plitical affairs) की बैठक में हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड़्डा के अलावा कई और सीनियर मंत्री इस बैठक का हिस्सा होंगे. इस बैठक में देश की सुरक्षा पर मंथन होगा और आगे के प्लान पर भी विचार किया जाएगा.
कल पीएम मोदी और रक्षा मंत्री के बीच हुई थी मुलाकात
बीते दिन ही पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच अहम बैठक हुई थी. रक्षा मंत्री ने सबसे पहले सेनाध्यक्ष से पहलगाम की जानकारी ली है. पहलगाम हमले की जांच एनआईए कर रही है. जांच टीम अब तक 25 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है.
कश्मीर के 48 पर्यटक स्थलों को सरकार ने किया बंद
बंद किए गए स्थानों में बांदीपोरा की गुरेज घाटी, बडगाम के यूसमार्ग, दूधपथरी, कुलगाम का अहरबल और कौसरनाग, कुपवाड़ा, बारामूला, पुलवामा, अनंतनाग, गांदरबल और श्रीनगर के कई प्रमुख पर्यटन स्थल और रिसॉर्ट्स शामिल हैं. श्रीनगर में जामिया मस्जिद, बादामवारी, अस्तानमार्ग पैराग्लाइडिंग पॉइंट और दाचीगाम के हिस्से भी अस्थायी प्रतिबंध के दायरे में हैं.
सर्च ऑपरेशन जोरों पर
सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें पहलगाम हमले के बाद घाटी के कई इलाकों में सघन तलाशी अभियान चला रही हैं. आतंकियों के संभावित ठिकानों को निशाना बनाते हुए सेना घरों को विस्फोटकों से उड़ा रही है और जंगलों में भी सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे स्थिति सामान्य होने तक घाटी के संवेदनशील इलाकों की यात्रा से बचें और आधिकारिक निर्देशों का पालन करें.