Video: हरदीप पुरी ने बिलावल को दिखाई औकात, कहा- अपना खून बहाकर कूद जाओ, क्योंकि पानी भी नसीब नहीं होगा
Video India Pakistan Tensions: सिंधु जल संधि के निलंबन पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी कहा, “मैंने उनका बयान सुना. उन्हें अपना खून बहाकर कूद जाने कहो. जब पानी ही नहीं होगा तो वे कैसे कूदेंगे. ऐसे बयानों को सम्मान न दें. उन्हें समझ में आ जाएगा.
पाकिस्तान ने कराया पहलगाम आतंकवादी हमला : हरदिप पुरी
पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से पड़ोसी राज्य द्वारा किया गया सीमा पार आतंकवादी हमला है और वे इसकी जिम्मेदारी ले रहे हैं. पहले की तरह अब कोई भी कारोबार जारी नहीं रहेगा। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा, पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और यह तो बस शुरुआत है… आतंकवादी जीवन के सबसे मौलिक अधिकार को छीन लेते हैं। इसकी पूरी दुनिया निंदा कर रही है. पाकिस्तान न केवल एक दुष्ट राज्य है, बल्कि यह एक ऐसा देश है जो अंतिम चरण में पहुंच चुका है.”
#WATCH | Mohali | On #Pahalgamterrorattack, Union Minister Hardeep Singh Puri says, “The Pahalgam incident is unequivocally a cross-border terrorist attack unleashed by a neighbouring state and they are taking its responsibility… Unlike before, no business will continue. Like… pic.twitter.com/IP6eGPIGIW
— ANI (@ANI) April 26, 2025
बिलावल भुट्टो ने क्या दिया था बयान
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित करने के भारत के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने धमकी दी कि अगर पानी रोका गया तो नदियों में खून बहेगा. ‘द न्यूज’ की खबर में पूर्व विदेश मंत्री के हवाले से कहा गया, “सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी – या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून.” बिलावल ने यह बात शुक्रवार को अपने गृह प्रांत सिंध के सुक्कुर इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कही. बिलावल ने कहा कि मोदी सिंध और सिंधु के लोगों के बीच सदियों पुराने रिश्ते को नहीं तोड़ सकते. उन्होंने कहा कि “भारत सरकार ने पाकिस्तान के पानी पर अपनी नजरें टिका रखी हैं और हालात की मांग है कि चारों प्रांतों को अपने पानी की रक्षा एवं सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा.”