India vs Pakistan: पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद बीसीसीआई ने बड़ा कदम उठाया है. पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट को लेकर बड़ा फैसला किया है. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा, “हम पहले से ही पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. इस मामले में जो सरकार ने नीति बनाई है, हम सरकार की नीति के साथ खड़े हैं. सरकार ने द्विपक्षीय क्रिकेट की अनुमति नहीं दी, तो हम नहीं खेले. आगे भी सरकार जो तय करेगी, हम उसी के साथ चलेंगे.”
आज के IPL मैच में न तो DJ बजेगा, न आतिशबाजी होगी
कांग्रेस सांसद और BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, “कल पहलगाम में हुए हमले ने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अब आतंकवादियों को पूरी तरह से खत्म करने का समय आ गया है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं… देश के 140 करोड़ लोग एकजुट होकर आतंकवाद को खत्म करेंगे… वे कायरों की तरह आए, मारे और चले गए. भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. BCCI ने फैसला किया है कि आज के IPL मैच में न तो DJ बजेगा, न आतिशबाजी होगी और न ही चीयर गर्ल्स; खिलाड़ी मौन रखकर और काली पट्टी बांधकर श्रद्धांजलि देंगे.”
#WATCH | Delhi: #PahalgamTerroristAttack | Congress MP and BCCI Vice President Rajeev Shukla says, “Yesterday’s attack in Pahalgam has made us think that now the time has come to eliminate terrorists completely. We strongly condemn this… 140 crore people of the country will… pic.twitter.com/yL8090IBLe
— ANI (@ANI) April 23, 2025
बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेंगे खिलाड़ी
सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति शोक जताने के लिए आईपीएल मैच के दौरान काली पट्टी बांधकर खेलेंगे जबकि इस मुकाबले में चीयरलीडर्स नहीं होंगी और आतिशबाजी भी नहीं की जाएगी. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. टीमें इस घटना से प्रभावित लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन भी रखेंगी. इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई है.
2008 के बाद से भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय क्रिकेट बंद है
वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध तोड़ दिए और हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए देश का दौरा करने से इनकार कर दिया जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को दुबई में तटस्थ स्थल का प्रावधान करना पड़ा.