Rain Alert: पश्चिम बंगाल समेत देश के कई राज्यों में 13 से लेकर 17 अप्रैल तक भयंकर बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है. विभाग ने मध्यम से लेकर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों में अगले पांच दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा. स्काईमेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे लगे दक्षिण-पश्चिम हिस्से में एक निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है. यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है. इसके कारण अगले 2 से 3 दिन तक उत्तर पूर्वी भारत में जोरदार बारिश हो सकता है.
पश्चिम बंगाल में 17 अप्रैल तक लगातार बारिश
पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में प्री मानसून की बारिश जारी रहेगी. स्काईमेट वेदर के मुताबिक कोलकाता में 12 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक लगातार प्री-मानसून की गतिविधियां देखने को मिलती रहेंगी. इस अवधि में कोलकाता समेत आसपास के इलाकों में गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश और तेज बिजली गिरने की घटनाएं होंगी. शाम के समय अचानक बादल छा सकते हैं, तेज हवाएं चल सकती हैं.
आंधी बारिश का भारी खतरा
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक इस समय बंगाल में काल-बैसाखी यानी नॉर-वेस्टर तूफानों का मौसम होता है. 12 से लेकर 7 अप्रैल तक कोलकाता, हावड़ा, हुगली, मिदनापुर, डायमंड हार्बर, दीघा, खड़गपुर, बर्दवान, बांकुड़ा और झाड़ग्राम जिलों में तेज आंधी, बिजली और भारी बारिश का खतरा है. तूफान के कारण पेड़, बिजली के तार और इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है.
देश भर का मौसमी सिस्टम
भारतीय मौसम विभाग विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर की घाटी के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ स्थित है. नार्थ ईस्ट मध्य प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. यहीं एक पश्चिम बंगाल की तरफ गया हुआ है, जबकि दूसरा ट्रफ तेलंगाना की ओर बना हुआ है. असम से बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन बना हुआ है. नॉर्थ ईस्ट असम के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. मौसम विभाग का अनुमान है कि 16 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने वाला है. इसके असर से एक बार फिर मौसम में बदलाव आ सकता है.
पूर्वोत्तर भारत भारी बारिश का अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत में मौसम का मिजाज लगातार बिगड़ा हुआ है. असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिज़ोरम में 10 अप्रैल से प्री-मानसून मौसम सक्रिय है. स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे सप्ताह मध्यम से भारी बारिश होती रहेगी. इसके अलावा गरज-चमक के साथ तूफानी हवाएं चल सकती हैं. भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है.
दक्षिण भारत में मूसलाधार बारिश
दक्षिण भारत में प्री-मानसून बारिश हो रही है. सबसे ज्यादा बारिश का असर केरल में दिखा है. 1 मार्च से 10 अप्रैल के बीच दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश 92 फीसदी अधिक दर्ज की गई है. तटीय आंध्र प्रदेश को छोड़कर बाकी दक्षिण भारत के अधिकांश उपमंडलों में भयंकर बारिश हुई है. केरल में 96 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड किया गया है. यहां सामान्य 23.1 मिमी के मुकाबले 44.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इस पूरे सप्ताह केरल में जोरदार बारिश की संभावना है.