Congress Convention: मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, उनकी पार्टी गरीबों, असहायों और दलितों के साथ खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी. खरगे ने हुंकार भरते हुए कहा- “यदि आप सभी सहयोग करेंगे और कांग्रेस पार्टी के साथ रहेंगे, तो हम निश्चित रूप से अगले गुजरात चुनाव में सरकार बनाएंगे.”
खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनावों में कथित जालसाजी के विषय को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और अपनी पार्टी में जवाबदेही सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि जिम्मेदारी नहीं निभाने वालों को रिटायर हो जाना चाहिए. खरगे ने कहा- “सत्तारूढ़ दल ने ऐसी तकनीक विकसित कर ली है जिससे चुनावों में उसे फायदा और विपक्ष को नुकसान हो रहा है.
बीजेपी 11 सालों से कर रहा संविधान पर चोट
खरगे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले 11 वर्षों में सत्ताधारी दल संविधान पर लगातार चोट कर रहा है. हमारी संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का सदन में आसन से नाम लिया गया, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया, जो लोकतंत्र के लिए लज्जा की बात है.”
मणिपुर पर भी बोले खरगे
खरगे ने वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि सरकार सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए देर रात तक संसद में चर्चा कराती रही, जबकि मणिपुर पर भोर के समय कुछ देर के लिए चर्चा कराई गई. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मणिपुर को लेकर कुछ छिपाना चाहती है. कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि लोकतंत्र को धीरे धीरे खत्म किया जा रहा है.
अमेरिका ने 26 फीसदी टैरिफ का जवाब मोदी सरकार ने नहीं दिया : खरगे
खगरे ने ट्रैरिफ वॉर पर भी केंद्र सरकार को घेरने का मौका जाने नहीं दिया. उन्होंने कहा- अमेरिका ने 26 फीसदी टैरिफ (जवाबी शुल्क) लगाया, लेकिन सरकार ने इस विषय को संसद में उठाने नहीं दिया. खरगे ने आरोप लगाया कि ‘मित्रों’ को सरकारी उपक्रमों को बेचा जा रहा है, जिससे वंचित तबकों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने दावा किया, “अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन यह सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को बेचकर जाने वाले हैं.”
खरगे ने ईवीएम में हेरफेर का लगाया आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह दावा भी किया कि चुनाव आयोग से लेकर संसद तक सरकार का विस्तार करने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं ईवीएम नहीं है, यह सिर्फ भारत में है. खरगे ने कहा, “आपने (सत्तापक्ष) ऐसी तकनीक बना ली है जिससे आपको फायदा हो और विपक्ष को नुकसान होगा. अगर ऐसा ही रहा तो नौजवान उठेंगे और आपका हाथ पकड़कर कहेंगे कि ईवीएम नहीं होनी चाहिए.” उन्होंने मतदाता सूची में कथित हेरफेर का हवाला देते हुए दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जैसी जालसाजी हुई वैसी कभी नहीं हुई. उनका कहना था कि हरियाणा में भी यह छोटे पैमाने पर हुआ. खरगे ने कहा कि इसके खिलाफ लड़ना है.
गुजरात में 64 साल के बाद कांग्रेस का अधिवेशन
गुजरात में 64 साल के बाद कांग्रेस का अधिवेशन हो रहा है. इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प-समर्पण-संघर्ष” है. इस अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें देश के लिए उनके योगदान का उल्लेख किया गया है. सिंह का पिछले साल 26 दिसंबर को निधन हो गया था. कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को भी श्रद्धांजलि दी गई जिनका हाल के महीनों में निधन हुआ है.