Agriculture: बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) कृषि मंत्रियों की तीसरी बैठक 9 अप्रैल को नेपाल में आयोजित की जा रही है. इस बैठक में भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड के कृषि मंत्री शामिल होंगे. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. बैठक का मकसद बिम्सटेक देशों के बीच चल रहे कृषि सहयोग को और मजबूती प्रदान करना है.
विभिन्न विषयों पर आयोजित सत्र के दौरान भारत सहित अन्य सदस्य देशों के कृषि मंत्री, कृषि क्षेत्र में चल रहे सहयोगात्मक कार्यों की समीक्षा करेंगे. साथ ही सदस्य देशों के क्षेत्र के करोड़ों किसानों को लाभान्वित करने के लिए नई और अभिनव तकनीकों को बढ़ावा देने तथा अपनी-अपनी सफलता की कहानियों के आदान-प्रदान के लिए आगे के दिशा-निर्देश निर्धारित करेंगे.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत प्रस्तुत की गई मजबूत वैज्ञानिक उपलब्धियों और प्रमुख नीतिगत पहलों को जाहिर करेगी. इससे भारत को बिम्सटेक क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्व की स्थिति में रखा जाएगा और भारत के एक्ट ईस्ट और पड़ोसी पहले पॉलिसी के महत्व को भी उजागर किया जाएगा.
नेपाल के साथ कृषि संबंध बढ़ाने पर होगी चर्चा
नेपाल प्रवास के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात करेंगे. साथ ही नेपाल के कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी के साथ भी बैठक करेंगे. बैठक के दौरान कृषि क्षेत्र में सहयोग पर भारत और नेपाल सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जायेगा. इसके अलावा कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भूटान के कृषि एवं पशुधन मंत्री यूंटेन फुंटशो के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे.
कृषि क्षेत्र में भारत और बिम्सटेक मंच के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए बिम्सटेक के महासचिव इंद्रमणि पांडे से भी केंद्रीय मंत्री मुलाकात करेंगे. इस दौरान कृषि क्षेत्र के विकास के लिए भावी रूपरेखा को लेकर रणनीति तय की जायेगी. बैठक की मेजबानी नेपाल सरकार कर रही है.