Video : दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को एक खास कदम उठाते हुए अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ कार पूलिंग की. इसका वीडियो भी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर किया. उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा–आज मैं और मेरी कैबिनेट के साथी, एक साथ, एक ही गाड़ी में, आयुष्मान भारत योजना के दिल्ली में क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के साथ महत्वपूर्ण समझौते के लिए गए. ये एक सुखद अनुभव रहा!
सीएम रेखा गुप्ता के ऐसा करने से वीवीआईपी मूवमेंट के कारण होने वाले यातायात और प्रदूषण में कमी लाई जा सकती है. कई बार दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी ऐसा करते देखा जा चुका है.
रेखा गुप्ता द्वारा जारी वीडियो में क्या है?
रेखा गुप्ता द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा गाड़ी चला रहे हैं, उनके साथ आगे की सीट पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बैठी हैं. वहीं पीछे की सीटों पर पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा और कानून मंत्री कपिल मिश्रा नजर आ रहे हैं. चारों मंत्री एक ही कार में बैठकर नई दिल्ली स्थित आकाशवाणी के रंग भवन पहुंचे. यहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए.
आज मैं और मेरी कैबिनेट के साथी, एक साथ, एक ही गाड़ी में, आयुष्मान भारत योजना के दिल्ली में क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के साथ महत्वपूर्ण समझौते के लिए गए।
ये एक सुखद अनुभव रहा! 😊#ViksitDelhi pic.twitter.com/gBEkdgI14G
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) April 5, 2025
दिल्ली ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्याओं से परेशान
देश की राजधानी दिल्ली ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्याओं से जूझ रही है. वीवीआईपी मूवमेंट और नेताओं के लंबे काफिले अक्सर जनता की परेशानियों को बढ़ाते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री की यह पहल न केवल वीवीआईपी संस्कृति में बदलाव लाने का संकेत देती है, बल्कि आम जनता को भी कार पूलिंग अपनाने के लिए प्रेरित करती है. इससे ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों में कमी लाई जा सकती है.
विशेषज्ञों की क्या है राय?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अधिक लोग कार पूलिंग का सहारा लें, तो दिल्ली की सड़कों पर गाड़ियों की संख्या कम हो सकती. इससे ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी आएगी. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रियों की यह पहल जनता के बीच सकारात्मक संदेश मैसेज देती है और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.