Sudhanshu Trivedi: राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि इस बिल को तैयार करने में सरकार ने गंभीरता से काम किया है, लेकिन कुछ लोग इसे लेकर गलतफहमियां फैला रहे हैं. त्रिवेदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है. लेकिन यहां पुराना मुल्ला ज्यादा माल खा रहा है.” इसके बाद उन्होंने सवाल उठाया कि देश में सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड क्यों अलग-अलग हैं, और ताज महल पर वक्फ बोर्ड के दावे पर भी सवाल किया.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और गरीब मुस्लिम समुदाय का साथ दे रही है, जबकि कट्टरपंथी वोटबैंक की राजनीति करने वालों का विरोध कर रही है. त्रिवेदी ने आगे कहा कि यह मुकाबला शराफत अली और शरारत खान के बीच है, और सरकार शराफत अली के साथ है.
वहीं, राज्यसभा में मंत्री रामदास अठावले ने भी बिल का समर्थन किया और कहा कि इस बिल के पास होने के बाद नरेंद्र मोदी चौथी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. अठावले ने इस बिल को मुसलमानों के हित में बताया और कहा कि यह समाज अब हमारे साथ आ रहा है.
यूपी में वक्फ बोर्ड के जमीन पर होगी तुरंत एक्शन
यूपी के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में 98 प्रतिशत वक्फ संपत्तियों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है. इनमें अधिकांश ग्राम समाज की भूमि शामिल है. इन संपत्तियों को चिन्हित कर जब्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, सीतापुर, बरेली, जौनपुर, सहारनपुर, बिजनौर, बलरामपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, मुरादाबाद और रामपुर जैसे जिलों में सबसे अधिक वक्फ संपत्तियां पाई जाती हैं. अब इन जिलों के जिलाधिकारी वक्फ संपत्तियों का सत्यापन करेंगे और रिपोर्ट शासन को भेजेंगे, जिसके बाद नए बिल के तहत कार्रवाई की जाएगी.