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आप के खिलाफ भाजपा के पूर्व सांसद



Delhi Election: दिल्ली में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी सभी प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. कांग्रेस भी  21 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है. लेकिन भाजपा की ओर से अभी तक प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया गया है. जानकारों का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा. भाजपा जमीनी स्तर पर चुनाव अभियान चला रही है. पार्टी नेता झुग्गी बस्तियों में रात बिता रहे हैं. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी जनसंपर्क अभियान को तेज कर दिया है. 

उम्मीदवारों के नाम पर मंथन जारी

भाजपा में उम्मीदवारों के नाम पर मंथन का दौर जारी है. संभावना जतायी जा रही है कि पार्टी दिसंबर के अंत तक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है. भाजपा वर्ष 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर है. पिछले तीन लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात जीतने में पार्टी कामयाब रही है. लेकिन वर्ष 2015 और वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड जीत मिली है. आम आदमी पार्टी तीसरी बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने की कोशिश कर रही है. इस बार भाजपा ने आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर देने की रणनीति तैयार की है. हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत के बाद भाजपा दिल्ली चुनाव जीतने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है. इसके लिए प्रचार अभियान से लेकर प्रत्याशी चयन में विशेष सावधानी बरती जा रही है. 

पूर्व सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी

भाजपा सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ाती रही है. मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतार चुकी है और इसका फायदा भी पार्टी को मिला है. वैसे दिल्ली में मौजूदा सांसदों को चुनावी मैदान में नहीं उतारा जायेगा, लेकिन पार्टी पूर्व सांसदों पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है. पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, हर्षवर्धन, विजय गोयल जैसे चेहरे विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. प्रवेश वर्मा सार्वजनिक तौर पर स्वीकार कर चुके हैं कि पार्टी नेतृत्व ने नयी दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी है. अगर ऐसा होता है तो नयी दिल्ली सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो सकता है. 

नयी दिल्ली सीट पर रोचक होगा मुकाबला

आप से अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस से संदीप दीक्षित और भाजपा से प्रवेश वर्मा की उम्मीदवारी से नयी दिल्ली सीट पर मुकाबला रोचक हो जायेगा. शीला दीक्षित को हराकर अरविंद केजरीवाल ने यहीं से सियासी पारी का आगाज किया था. भाजपा का मानना है कि बड़े नेताओं के चुनावी मैदान में होने से पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार होगा. वहीं रमेश बिधूड़ी को मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ पार्टी मैदान में उतार सकती है. भाजपा की कोशिश आप के प्रमुख नेताओं को उनके विधानसभा क्षेत्र में घेरने की है. इसी तरह मीनाक्षी लेखी, हर्षवर्धन और विजय गोयल भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं. हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी के कुछ पूर्व नेता चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है. पार्टी के एक पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री ने लंबी छुट्टी पर जाने की बात से पार्टी को अवगत कराया है, वहीं एक पूर्व नेता ने स्वास्थ्य का हवाला दिया है. भाजपा आप द्वारा घोषित उम्मीदवारों के जीत-हार पर क्षेत्रवार सर्वे भी करा रही है, प्रत्याशी के नाम की घोषणा में सर्वे की भी भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है.