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कॉमन करैत के जैसा साइलेंट किलर है गुस्सा, हार्ट अटैक समेत इन गंभीर बीमारियों खतरा करेगा दोगुणा


Anger Side Effects: कभी कभी हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां आ जाती है कि हम जरूरत से अधिक गुस्सा करने लगते हैं. यह न सिर्फ हमारे रिश्तों को भी बुरी तरह प्रभावित करता है बल्कि मानसिक और शारीरिक हेल्थ को भी प्रभावित करता है. कई मेडिकल जर्नल्स में गुस्से को इंसान का साइलेंट किलर बताया गया है. ठीक उसी तरह जैसा कॉमन करैत है जो अक्सर रात में चुपचाप इंसान को काट लेता है. उनकी बाइट इतनी कम होती है कि कई बार इंसान को पता भी नहीं चलता. वहीं डॉक्टर्स ने भी माना है कि गुस्से को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे न सिर्फ बल्ड प्रेशर बढ़ता है लेकिन साथ ही साथ हमारे दिल की सेहत पर भी बुरा असर डालता है. हालिया रिसर्च इस बात की पुष्टि करती है कि गुस्सा दिल पर भारी पड़ सकता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है.

दिल पर भारी पड़ सकता है गुस्सा

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि गुस्से जैसी नेगेटिव फीलिंग्स हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ा देती हैं. रिसर्च के अनुसार, एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ा देते हैं. इसके साथ ही खून जमने की प्रवृत्ति भी तेज हो जाती है, जो कमजोर व्यक्तियों में हार्ट अटैक का कारण बन सकता है. साल 2022 की एक समीक्षा में भी पाया गया कि गुस्सा और डिप्रेशन न सिर्फ हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ाते हैं, बल्कि दिल से जुड़ी बीमारियों से रिकवरी को भी धीमा कर देते हैं.

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गुस्से का सेहत पर असर

गुस्सा सिर्फ हार्ट हेल्थ पर ही नहीं, बल्कि समूचे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है. यह आपके इम्यून सिस्टम, पाचन और मांसपेशियों तक को प्रभावित कर सकता है.

इम्यून सिस्टम पर असर

लगातार गुस्सा करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. इस वजह से शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है. इम्यूनोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि गुस्सा इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है और इसका असर गुस्से की तीव्रता पर निर्भर करता है.

डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर

स्ट्रेस हार्मोन आपके पाचन तंत्र को भी प्रभावित करते हैं. इस कारण से पेट दर्द, एसिडिटी और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी समस्याएं हो सकती हैं. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गुस्सा पाचन से जुड़ी गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

मांसपेशियों को भी होता है नुकसान

गुस्सा शरीर में तनाव को बढ़ाता है. इसकी वजह से सिरदर्द, पीठ दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. न्यूरोस्पाइन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों को अक्सर गुस्सा आता है, उन्हें पीठ और गर्दन में दर्द की समस्या ज्यादा देखने को मिली है.

दिल पर असर

गुस्सा हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को तेज कर देता है. इसके चलते लंबे समय में दिल की समस्याएं बढ़ सकती हैं. गुस्से के दौरान कैटेकोलामाइन नामक स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ जाती है.

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