Chanakya Niti: किसी से रिश्ते बनाना बेहद आसान होता है लेकिन उसे ताउम्र बरकरार रख पाना बेहद मुश्किल काम होता है. अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने रिश्ते को एक जैसा बनाकर नहीं रख पाते हैं. इसकी वजह होती है खुद की आदतें या सही इंसान का चुनाव न कर पाना. आचार्य चाणक्य जिन्हें भारत का महान अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ माना जाता था उन्होंने रिश्ते को लेकर 6 ऐसे नियम बताए थे जो आज के जमाने में भी बेहद प्रासंगिक है. अगर इन नियमों को किसी ने तोड़ा तो उसकी जिंदगी तबाह होने में देर नहीं लगती. आइये जानते हैं वह 6 नियम कौन कौन से हैं.
भरोसा टूटना सबसे बड़ा अपराध
चाणक्य कहते हैं कि किसी भी रिश्ते की नींव भरोसे पर ही टिकी होती है. अगर एक बार भरोसा टूट जाए, तो रिश्ता कभी पहले जैसा नहीं रह सकता. इसलिए रिलेशनशिप में ईमानदारी और पारदर्शिता बरतना बेहद जरूरी होता है.
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गलत व्यक्ति से दोस्ती न करें
चाणक्य के अनुसार, अगर आपनें ऐसी व्यक्ति से दोस्ती की है जो चालाक, स्वार्थी या धोखेबाज है, तो यह मानकर चलिये को वह भविष्य में आपको भारी नुकसान पहुंचायेगा. इसलिए दोस्ती करते वक्त सावधानी बरतना बेहद जरूरी होता है.
रिश्तों में अति निकटता से बचें
कई बार किसी व्यक्ति से किसी का संबंध इतना बढ़ जाता है कि उन दोनों में जरूरत से ज्यादा नजदिकियां बढ़ जाती है. लेकिन ऐसी नजदिकियां कभी कभी रिश्तों में दरार पैदा कर देती है. चाणक्य कहते हैं कि रिश्तों में मजबूत बनाना जरूरी है लेकिन उतना ही जितना दोनों में सम्मान और मर्यादा बरकरार रहे.
समय पर मदद न करने वाला व्यक्ति
जो व्यक्ति आपके मुश्किल समय में आपके साथ खड़ा नहीं होता, उससे उम्मीद भी नहीं रखनी चाहिए. चाणक्य का मानना है कि ऐसे लोगों से दूरी बना लेना बेहतर है.
ईर्ष्या और तुलना से रिश्ते कमजोर होते हैं
चाणक्य कहते हैं कि कभी भी खुद के रिश्ते की तुलना किसी से नहीं करनी चाहिए. क्योंकि इससे कई बार ईर्ष्या भी जन्म ले लेती है. यही चीज धीरे-धीरे रिश्तों को खत्म कर देता है.
कृतज्ञता का अभाव
जो लोग आपके लिए अच्छा करते हैं, उनके प्रति आभार व्यक्त करना जरूरी है. चाणक्य के अनुसार, कृतज्ञता न दिखाना इंसान के चरित्र की कमजोरी है.
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