Jharkhand Tourism: झारखंड के जमशेदपुर के पास स्थित बुरुडी डैम एक बजट-फ्रेंडली और बेहद खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जो लक्षद्वीप जैसा अनुभव देता है. जानिए यहां कैसे पहुंचें, क्या करें और कब घूमने जाएं.
Jharkhand Tourism, Lakshadweep Like Places In India: लक्षद्वीप हमेशा से ही सैलानियों के लिए ड्रीम टूरिज्म स्पॉट में से एक रहा है. हर कोई उसके नीले पानी और शांत वातावरण को करीब से देखना चाहता है. लेकिन हर कोई वो सपना पूरा नहीं कर पाता है. क्योंकि यहां घूमने और रहने का बजट काफी अधिक है. एक सामान्य मिडिल क्लास वाला नागरिक इसका खर्च वहन नहीं कर सकता. लेकिन झारखंड के जमशेदपुर में भी एक ऐसी जगह है जहां जहां आप इसका फील ले सकते हैं. नाम है बुरुडी डैम. यह एक ऐसी जगह है जहां प्राकृति की खूबसूरती और रोमांच दोनों है. आपको इस स्थान पर जाकर लक्षद्वीप जैसा फील आएगा, वह भी बेहद कम बजट में.
प्राकृतिक नजारों से भरपूर है बुरुडी डैम
बुरुडी डैम के चारों ओर फैला हरियाली भरा है. यहां के कल कल बहते झरने, शांत जल और दूर दूर तक फैले पहाड़ लोगों का मन मोह लेता है. यह क्षेत्र दलमा रेंज के उस हिस्से में आता है जहां से हाथियों का प्राकृतिक गलियारा गुजरता है. इसलिए इसे ‘हाथी गलियारा’ भी कहा जाता है. यह जगह पिकनिक और एक दिन की ट्रिप के लिए काफी प्रसिद्ध है. आप शांत जल के किनारे हरी घास पर लेट सकते हैं. यहां पर स्थित झील आपके मन को शांत कर देगी.
Also Read: प्यार में बार बार हो रहे झगड़े तो अपनाएं ये 7 टिप्स, रिश्तों में आएगी ऐसी मिठास जो कभी जाएगी नहीं
क्या-क्या कर सकते हैं बुरुडी डैम में?
बुरुडी डैम सिर्फ देखने लायक नहीं, बल्कि यह मनोरंजन के दृष्टिकोण से बेहतरीन जगह है. यहां पर आप पैडल वाला बोट या मोटर बोट में झील के नीले पानी पर सैर कर सकते हैं. जिसका शुरुआती शुल्क मात्र 100 रुपये हैं.
वॉटर स्पोर्ट्स- यहां अब वाटर सर्फिंग जैसी रोमांचक एक्टिविटीज भी शुरू हो चुकी हैं.
फोटोग्राफी और नेचर वॉक- प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं.
कैसे पहुंचे बुरुडी डैम?
बुरुडी डैम का नजदीकी स्टेशन घाटशिला है. स्टेशन से आप ऑटो या कैब लेकर आराम से बुरुडी डैम तक पहुंच सकते हैं. यहां पर आप निजी वाहनों से भी आसानी पहुंच सकते हैं. खासकर जमशेदपुर, कोलकाता, खड़गपुर और चांडिल से आने वालों के लिए तो सीधा रास्ता है.
घूमने का सही समय
बुरुडी डैम घूमने का बेस्ट टाइम है दिसंबर से फरवरी तक है. इस दौरान यहां का मौसम ठंडा और सुहावना होता है. इसके अलावा अक्टूबर में बिंदा मेला के दौरान भी यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है, जो इस जगह की सांस्कृतिक खूबसूरती को और निखार देती है.
Also Read: Chanakya Niti: अपने ही घर को श्मशान बना देती हैं इस तरह की महिलाएं, छीन लेती है परिवार की खुशियां