Jolly LLB 3: बॉलीवुड की सबसे अलग और मजेदार फ्रैंचाइजी जॉली एलएलबी एक बार फिर पर्दे पर लौट रही है. डायरेक्टर सुभाष कपूर की यह फिल्म 19 सितंबर को रिलीज हो रही है, जिसमें इस बार कॉमेडी, ड्रामा और कोर्टरूम की हलचल पहले से भी ज्यादा तगड़ी होने वाली है. जॉली एलएलबी 3 कोर्टरूम ड्रामा के साथ-साथ ठहाकों की भी डबल डोज देने वाली है. लेकिन इससे पहले जरा पीछे चलते हैं और याद करते हैं वो 5 धमाके, जिनकी वजह से ये फिल्म आज तक लोगों के दिलों में बसी हुई है.
ह्यूमर और सटायर का तड़का
जॉली एलएलबी का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट रहा है इसका ह्यूमर. कोर्टरूम की गंभीर बहसें जब मजेदार पंचलाइन और शार्प डायलॉग्स में बदल जाती थी, तो ऑडियंस हंसी से लोटपोट हो जाती थी. ये फिल्में साबित करती हैं कि कॉमेडी सिर्फ हंसाने के लिए नहीं, बल्कि सोचने पर मजबूर करने का भी जरिया हो सकती है.
नाइंसाफी के खिलाफ लड़ाई
दोनों पार्ट्स में जॉली का सफर एक अंडरडॉग वकील की जंग रहा है. पहली फिल्म में अरशद वारसी का जॉली, बमन ईरानी जैसे बड़े वकील के खिलाफ खड़ा हुआ, वहीं दूसरी फिल्म में अक्षय कुमार का जॉली, निजी दर्द और हार के बाद भी सच्चाई के लिए डटा रहा. ये कहानियां हमें सिखाती हैं कि इंसाफ के लिए लड़ाई आसान नहीं, लेकिन नामुमकिन भी नहीं.
जज त्रिपाठी – कॉमेडी का मास्टर स्ट्रोक
अगर जॉली एलएलबी की जान किसी ने बनाई, तो वो थे सौरभ शुक्ला. जज त्रिपाठी के रूप में उनका डेडपैन ह्यूमर और बेहतरीन टाइमिंग हर सीन को मजेदार बना देता था. उनका किरदार कोर्टरूम की अफरा-तफरी में संतुलन लाता और साथ ही दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान भी छोड़ जाता.
आइकॉनिक कोर्टरूम सीन
कई ऐसे मोमेंट्स रहे जब कोर्ट में गरमा-गरमी बहसें अचानक कॉमेडी में बदल जाती थी. कभी जॉली की चालाकी, कभी जज की मजाकिया टिप्पणी और कभी केस में अचानक आने वाले ट्विस्ट, इन सबने फिल्म को टाइमलेस बना दिया.
दो जॉली का आमना-सामना
अब बारी है सबसे बड़े धमाके की! पहली बार अरशद वारसी का जॉली त्यागी और अक्षय कुमार का जॉली मिश्रा एक ही कोर्टरूम में भिड़ने वाले हैं. दोनों की अलग स्टाइल, अलग अंदाज और अलग सोच इस फिल्म को और भी रोमांचक बना देंगे.
ये भी पढ़ें: Sunita Ahuja ने गोविंदा संग तलाक की खबरों पर तोड़ी चुप्पी, प्यार जताते हुए कहा- ‘मेरा ची ची तू वापस आ जा…’
ये भी पढ़ें: Bigg Boss 19 के शूटिंग सेट पर लौटे सलमान खान, इंटरनेशनल लेवल पर तहलका मचाएंगे ‘द अंडरटेकर’ और ‘माइक टायसन’?