राइटर/डायरेक्टर – करण शर्मा
कास्ट – राजकुमार राव, वामिका गब्बी, सीमा पाहवा, संजय मिश्रा, ज़ाकिर हुसैन, रघुबीर यादव
ड्यूरेशन – 121 मिनट
Bhool Chuk Maaf Review: क्या कभी किसी की छोटी-सी गलती से रिश्ता बिगड़ गया? क्या कभी दिल ने कहा हो “कोई बात नहीं, भूल चूक माफ”? रिश्तों की इन्हीं उलझनों और माफ़ी की मिठास को बेहद सादगी से बयां करती है करण शर्मा की फिल्म ‘भूल चूक माफ’. मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले बनी यह फिल्म ज़िंदगी की छोटी-छोटी बातों को बड़े असरदार ढंग से कहती है, बिना ऊंचे डायलॉग्स, बिना भारी भरकम ड्रामा. यह एक ऐसी कहानी है जो मुस्कुराहटों और सच्चे इमोशन्स से दिल छू जाती है.
क्या है भूल चूक माफ की कहानी
‘भूल चूक माफ’ रिश्तों की उस गर्माहट को छूती है जो अकसर हम भागती जिंदगी में पीछे छोड़ आते हैं. यह कहानी हमें याद दिलाती है कि माफ़ करना कमज़ोरी नहीं, बल्कि प्यार की सबसे मजबूत निशानी है. फिल्म नायक रंजन (राजकुमार राव) के जरिए हमें ये दिखाती है कि हर गलती एक नई शुरुआत बन सकती है.
हल्के-फुल्के ह्यूमर में छिपा है सच्चा इमोशन
यह फिल्म न तो जोर से हंसाने की कोशिश करती है, न ही आंसू खींचने का नाटक करती है. इसके संवाद, सिचुएशन और ह्यूमर एकदम घर जैसे लगते हैं. कभी मम्मी-पापा की बहस, कभी मुहल्ले की नोकझोंक सब कुछ इतना रियल है कि लगता ही नहीं आप किसी फिल्म को देखने रहे हैं. इसे 4/5 रेटिंग मिली है.
राजकुमार राव की एक्टिंग ने बिखेरा जलवा
राजकुमार राव ने रंजन के रोल में फिर से साबित किया कि वो ‘कॉमन मैन’ के रूप में बेस्ट परफॉर्मर हैं. वामिका गब्बी पहली बार कॉमिक स्पेस में नजर आईं और पूरी तरह फिट बैठीं. सीमा पाहवा, संजय मिश्रा और रघुबीर यादव जैसे दिग्गज कलाकारों ने अपनी सादगी से किरदारों को जीवन दे दिया.
बनारस की खुशबू और म्यूजिक की मिठास
फिल्म का म्यूजिक कहानी में पूरी तरह से मिला हुआ है. ‘टिंग लिंग सजना’ और ‘चोर बाज़ारी फिर से’ जैसे गाने ना सिर्फ सुनने में अच्छे लगते हैं, बल्कि फिल्म के मूड और बनारसी रंगत को और गहरा करते हैं. करण शर्मा का निर्देशन भी उतना ही सहज है, न ज्यादा लाउड, न ज्यादा भावुक बल्कि एकदम बैलेंस्ड है.
क्यों देखनी चाहिए ?
‘भूल चूक माफ’ देखते ही आपको घर की तरह लगेगी. इसमें रिश्तों की वो मिठास है जो बड़े पर्दे पर अब कम ही देखने को मिलती है. ये फिल्म छोटे-छोटे लम्हों से मिलकर बनी है, जो आपको कभी हँसाएंगे, कभी सोच में डालेंगे, और आखिर में आपके दिल को हल्का कर देंगे.
फिल्म की टीम पर एक नजर
यह फिल्म मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले बनी है, जिसे दिनेश विजन ने प्रोड्यूस किया है और शारदा कार्की जलोटा ने को-प्रोड्यूस. करण शर्मा ने इसे लिखा और बड़ी संवेदनशीलता से निर्देशित किया है. इस गर्मी अगर आप एक ऐसी फिल्म ढूंढ़ रहे हैं जिसे आप अपने माता-पिता, बच्चों या दोस्तों के साथ बैठकर सुकून से देख सकें, तो ‘भूल चूक माफ’ वही फिल्म है.
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