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जानें कौन है तान्‍या शेरगिल जिनके हाथों सौंपी गई सेना के परेड की कमान

नई दिल्‍ली। आर्मी के कार्प्‍स ऑफ सिग्‍नल्‍स (Army’s Corps of Signals) की कैप्‍टन तान्‍या शेरगिल (Taniya Shergill) इस बार के गणतंत्र दिवस परेड का कमान संभालेंगी। इससे पहले बुधवार को सेना दिवस पर ही उन्‍होंने परेड का कमान संभालने का जिम्‍मा उठाया। सेना बैकग्राउंड से आने वाली तान्‍या शेरगिल पंजाब के होशियारपुर से हैं। शेरगिल सेना के सिग्नल कोर में कैप्टन हैं। बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस पर हमारे मुख्‍य अतिथि ब्राजील के राष्‍ट्रपति जायर बोल्‍सोनारो हैं।

डिफेंस में परेड एडज्‍यूटेंट का पद महिलाओं के लिए काफी महत्‍व रखता है। दिसंबर 2018 में जारी आंकड़ों के अनुसार, 4 फीसद से भी कम महिलाओं को भारतीय सेना में नियुक्‍त किया जाता है वह भी केवल सहायकों की भूमिका में। हालांकि पिछले कुछ सालों में परिदृश्‍य में बदलाव हुआ है। पिछले साल सितंबर में भारतीय आर्मी ने ऐलान किया कि यह जल्‍द ही आठ और शाखाओं में महिलाओं का प्रवेश करने जा रहा है। इस क्रम में 2021 के लिए महिला मिलिट्री पुलिस के पहले बैच को ट्रेनिंग दी जा रही है।

परेड एडज्‍यूटेंट ( parade adjutant) के तौर पर सेना की टुकड़ियों के परेड का कमान संभालने वाली तान्‍या शेरगिल चौथी पीढ़ी की महिला अधिकारी हैं जो इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड का जिम्‍मा संभालेंगी। उससे पहले सेना दिवस पर भी उन्‍होंने परेड एडज्‍यूटेंट का जिम्‍मा संभाला। उनके पिता, दादा और परदादा ने भी सेना में अपनी सेवा दी है। उनके पिता तोपखाने (Artillery), दादा बख्तरबंद ( Armed) और परदादा सिख रेजिमेंट में पैदल सैनिक (Infantry) के तौर पर सेवा दे चुके हैं।

चेन्‍नई स्‍थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकेडमी से मार्च 2017 में तान्‍या शेरगिल को सेना में शामिल किया गया। इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स व कम्‍युनिकेशन ग्रेजुएट हैं। तान्‍या से पहले कैप्‍टन भावना कस्तूरी के हाथ में गणतंत्र दिवस पर सभी पुरुषों की टुकड़ियों के परेड का नेतृत्व करने का जिम्‍मा था। बता दें कि शेरगिल का पूरा परिवार सेना में काम कर चुका है। उनके पिता तोपखाने (अर्टिलरी), दादा बख्तरबंद (आर्मर्ड) और परदादा सिख रेजिमेंट में पैदल सैनिक (इन्फेंट्री) के तौर पर रह चुके हैं।