Delhi Election: विदेश में जन्मा यह शख्स कैसे बना दिल्ली का पहला CM, पढ़ें रोचक स्टोरी
नई दिल्ली । Delhi Assemble Election 2020: 7 जनवरी को चुनाव आचार संहिता लगने के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के मद्देनजर सभी दलों में गहमागहमी बढ़ गई है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर लोग इंटरनेट पर तरह-तरह की जानकारियां हासिल करने के लिए सर्च कर रहे हैं। आइये यहां जानते हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़े कुछ अहम तथ्य, जिन्हें जानकर आपको भी हैरानी होगी।
यह बहुत कम लोग जानते होंगे कि दिल्ली के पहले सीएम मदनलाल खुराना नहीं बल्कि चौधरी ब्रह्म प्रकाश हैं। दरअसल, दिल्ली विधानसभा का चुनाव पहली बार अक्टूबर 1951 में हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत हुई थी और चौधरी ब्रह्म प्रकाश को दिल्ली का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया। वैसे उनका जन्म केन्या में हुआ था और तकरीबन 16 साल की उम्र में वे केन्या से दिल्ली अपने माता-पिता के साथ आए थे। यहां पर आने के साथ उन्होंने पढ़ाई की और फिर राजनीति में सक्रिय हो गए। इसके बाद चौधरी ब्रह्म प्रकाश 17 मार्च, 1952 से 12 फरवरी, 1955 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर रहे।
चौधरी ब्रह्म प्रकाश का दिल्ली की पहला मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचना महज एक इत्तेफाक था। दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव अक्टूबर 1951 में हुआ और परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आया। परिणाम के साथ ही विधायकों ने उस समय के सबसे लोकप्रिय नेता देशबंधु गुप्ता को अपना नेता चुना लिया। इसी के साथ शपथ ग्रहण का दिन और समय भी तय कर दिया गया, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण से पहले ही एक हादसे में देशबंधु गुप्ता की मौत हो गई। इसके बाद सर्वसम्मति से चौधरी ब्रह्म प्रकाश को दिल्ली का सीएम बनाया गया और बतौर सीएम रहते हुए 17 मार्च, 1952 से 12 फरवरी, 1955 तक दिल्ली की जनता की सेवा की।