छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने किया तिहाड़ से गिरफ्तार, क्या है मामला?
Chaitanyananda Saraswati Arrest: दिल्ली पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया है. फेक नंबर प्लेट मामले में दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ा है. चैतन्यानंद पर लग्जरी गाड़ियों के लिए एंबेसी के फर्जी नंबर इस्तेमाल करने आ आरोप है. वह अभी भी तिहाड़ जेल में ही बंद है. उस पर दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के साथ धोखाधड़ी करने और इसमें पढ़ने वाली छात्राओं के साथ छेड़खानी करने का आरोप है.
Chaitanyanand Saraswati, jailed in connection with alleged molestation matter, has been arrested by Delhi Police on Wednesday from the jail in connection with fake number plate matter. He is lodged in Tihar Jail.
—विज्ञापन—— ANI (@ANI) November 21, 2025
क्या है चैतन्यानंद सरस्वती का मामला?
बता दें कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) के डायरेक्टर थे, जो इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाली छात्राओं के यौन शोषण और छेड़छाड़ के अलावा धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे गंभीर मामलों के आरोपी है और तिहाड़ जेल में हैं. सितंबर 2025 को उन पर छात्राओं के यौन शोषण और छेड़छाड़ के आरोप लगे थे ओर 27 सितंबर 2025 को दिल्ली पुलिस ने उन्हें आगरा के एक होटल से पकड़ा था. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 28 सितंबर को उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा और उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी.
फोन में मिली अश्लील चैट और तस्वीरें
रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद बाबा को जेल भेज दिया गया. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने इंस्टीट्यूट की 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए. उनका फोन बरामद किया, जिसमें छात्राओं के अलावा एक एयर होस्टेस के साथ फोटो और अश्लील चैट मिली. इंस्टीट्यूट में EWS स्कॉलरशिप के तहत PGDM कोर्स करने वाली छात्राओं ने चैतन्यानंद पर अश्लील मैसेज भेजने, अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और अपने कमरे में बुलाकर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया. मामले में इंस्टीट्यूट के हॉस्टल की 3 महिला वार्डन पर भी आरोप लगे, जो छात्राओं को बाबा के कमरे में जाने को मजबूर करती थीं.
जांच करते हुए पुलिस ने फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट (31 UN) वाली लाल रंग की वोल्वो कार जब्त की. 2 पासपोर्ट, फर्जी पैन कार्ड, 18 बैंक खाते और 28 FD से 18 करोड़ रुपये जब्त किए. साल 2006, 2009 और 2016 में बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के केस भी दर्ज हुए थे.