Umar Nabi confession Delhi blast: दिल्ली के लाल किले के पास ब्लास्ट करने वाले उमर नबी का कबूलनामा सामने आ गया है. धमाके से पहले बनाए वीडियो में आतंकी उमर की जुबानी, फिदायीन बनने की कहानी. सामने आए 1 मिनट 20 सेकेंड के वीडियो में उमर खुद बता रहा कि वह कैसे फिदायीन बना. वीडियो दिल्ली धमाके से पहले घर से निकलते वक्त का है, जिसमें उसने उपरोक्त बातें कबूलीं. जांच एजेंसियों को उमर से एक दर्जन से ज्यादा ऐसे वीडियो मिले हैं. जांच एजेंसियों को पता चला है कि मॉड्यूल के सदस्य आपस में मिलकर अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देते थे. इसके साथ ही सिग्नल ऐप पर एक एनक्रिप्टेड चैट ग्रुप भी सक्रिय था, जिसमें बातचीत होती थी और निर्देश दिए जाते थे. इस ग्रुप को उमर ने करीब तीन महीने पहले बनाया था, जिसमें डॉ. मोजम्मिल शकील गनई, डॉ. अदील अहमद राथर, मुफ़स्सर राथर और मौलवी इरफान शामिल थे. ये सभी मॉड्यूल की कोर टीम मानी जा रही है.
🚨 Terrorist Umar recorded a spine-chilling video before the Delhi blast, which has now come to light. pic.twitter.com/jX38wXcHw1
— OsintTV 📺 (@OsintTV) November 18, 2025
जांच में अब तक बड़े खुलासे
जांच में बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि इस मॉड्यूल को आर्थिक मदद तीन डॉक्टरों—मोजम्मिल, शाहीन शाहिद और अदील—की ओर से मिल रही थी. फंडिंग से लेकर हथियारों के प्रबंधन तक, इनकी भूमिका अहम बताई जा रही है. एजेंसियों को यह भी जानकारी मिली है कि 2023 और 2024 में कई बार हथियार एक व्यक्ति से दूसरे तक पहुंचाए गए. इसका मकसद सुरक्षा एजेंसियों को भ्रमित करना और ट्रैकिंग के प्रयासों को विफल करना था. जांच एजेंसियां अभी इस पूरे नेटवर्क की और परतें खोलने में जुटी हैं. आने वाले दिनों में और कई अहम खुलासों की संभावना है.
दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट में आज पेश होंगे दानिश
दिल्ली ब्लास्ट केस में जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार दानिश को आज दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. आतंकी उमर के बाद दानिश दिल्ली ब्लास्ट मामले की अहम कड़ी है जो उमर के संपर्क में था.
दानिश आत्मघाती हमले से लेकर ड्रोन के जरिए हमास जैसा हमला करने में सक्षम है. जांच एजेंसी आज उसे कोर्ट में पेश कर कस्टडी मांगेगी. दानिश जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का रहने वाला है. NIA ने उसे चार दिन पहले श्रीनगर से हिरासत में लिया था बाद में इसे गिरफ्तार किया गया. NIA के अनुसार दानिश को छोटे ड्रोन हथियार बनाने और उन्हें मॉडिफाई करने का तकनीकी अनुभव है.
दानिश ने डॉ. उमर की तकनीकी मदद दी और आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए ड्रोन और रॉकेट तैयार करने की कोशिश कर रहा था. दानिश भीड़भाड़ वाले इलाके में ड्रोन से बम गिराने की योजना पर काम कर रहा था, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाया जा सके..