दिल्ली पुलिस ने देर रात एक बड़ा एनकाउंटर किया. इस एनकाउंटर में चार बदमाश मारे गए हैं. चारों बदमाश दिल्ली में मौजूद थे. दिल्ली पुलिस को इसकी भनक लगी तो इनके खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान चारों ने पुलिस पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में चारों को गोली लगी और चारों की मौत हो गई है. आखिर कैसे पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और मुख्य आरोपी पर कितने मुकदमे दर्ज थे? आइए जानते हैं.
चार अपराधी बिहार के थे और चारों वांटेड गैंगस्टर थे. दिल्ली की क्राइम ब्रांच की टीम को इनकी मौजूदगी के बारे में जानकारी मिली. बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से इनकी लोकेशन दिल्ली में ट्रेस की गई थी लेकिन बुधवार देर रात करीब 2 बजे इनके मूवमेंट की जानकारी रोहिणी इलाके में मिली.
लोकेशन के बारे में जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इनका पीछा किया और इन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में चारों बदमाश घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने बरामद किए हथियार
पुलिस को मौके से पांच हथियार, चार सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और एक देशी पिस्तौल तथा एक चोरी की कार बरामद की है. शुरुआती जांच में पता चला है कि कार फर्जी नंबर प्लेट पर चलाई जा रही थी. इन सभी पर बिहार में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. मुख्य आरोपी और गैंग के सरगना का नाम रंजन पाठक है.
मुख्य आरोपी रंजन पाठक पर हाल ही में 8 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे. वह पिछले तीन महीनों में बिहार के सीतामढ़ी में पांच हत्याकांडों को अंजाम दे चुका था. उसके साथियों पर भी दर्जनों मामले दर्ज हैं. ये सभी कॉन्ट्रैक्ट किलर थे, जो सुपारी लेकर हत्या और वसूली की घटनाओं को अंजाम देते थे. फरारी काटने के लिए ये कुछ दिनों से दिल्ली में ठहरे हुए थे.