‘सोनम रघुवंशी’ केस जैसा एक और कांड, सोनिया ने प्रेमी संग मिलकर मिटाया ‘सिंदूर’, सुलझी मर्डर मिस्ट्री
Sonam Raghuvanshi like case Sonia husband: राजा रघुवंशी की तरह इस केस में प्रीतम प्रकाश का कत्ल हुआ। राजा का शव खाई से मिला था और प्रीतम प्रकाश का शव एक नाले से बरामद हुआ। राजा के कत्ल का इल्जाम सोनम पर लगा और प्रीतम के कत्ल के आरोप में सोनिया गिरफ्तार हुई। सोनम का साथ देने के लिए उसके प्रेमी राज कुशवाहा को जिम्मेदार ठहराया गया, वहीं, सोनिया का साथ देने आरोप में रोहित को गिरफ्तार किया गया। सोनम पर सुपारी देकर पति राजा की हत्या करवाने का आरोप लगा। वहीं, सोनिया पर भी यही आरोप लगा है कि उसने पति प्रीतम का कत्ल किसी को सुपारी देकर ही करवाया है।
🚨💥 CRIME BRANCH (NR-II) CRACKS CHILLING MURDER CONSPIRACY! 💥🚨
💔 WIFE turned MASTER PLANNER!
🪓 Paid ₹1 LAKH SUPARI to her LOVER to MURDER HUSBAND
🎭 Filed FAKE MISSING REPORT to mislead Police🦴 Body found in drain, Lay UNIDENTIFIED for over a YEAR!
🔗 BOTH ACCUSED… pic.twitter.com/h9pNe8XfQq
—विज्ञापन—— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) August 2, 2025
दिल्ली पुलिस ने सुलझाई साल भर पुरानी हत्या की गुत्थी
दिल्ली के अलीपुर निवासी सोनिया और उसके प्रेमी सोनीपत के जाजी गांव निवासी रोहित को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने पति की हत्या और उसके शव को ठिकाने लगाने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा के सोनीपत में एक साल पुराने अंधे हत्याकांड का मामला सुलझ गया। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, मामला जुलाई 2024 का है।
सोनीपत के गन्नौर थाना अंतर्गत अगवानपुर गांव के पास अज्ञात शव मिलने पर हत्या का केस दर्ज किया था। इसी बीच लंबे समय से लापता हिस्ट्रीशीटर प्रीतम प्रकाश की जांच शुरू हुई तो उसकी पत्नी सोनिया की शिकायत सामने आई।
प्रेमी रोहित के पास ऐसे पहुंची पुलिस
सोनिया ने 20 जुलाई, 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति प्रीतम प्रकाश 5-6 जुलाई की रात को लापता हो गए थे। क्राइम ब्रांच की जांच के दौरान प्रीतम के फ़ोन की आखिरी सक्रिय लोकेशन सोनीपत के जाजी गांव में पाई गई। प्रीतम के फोन का इस्तेमाल सोनिया का प्रेमी रोहित कर रहा था। उसने पहले इधर उधर की बातें कर जांच को भटकाने की कोशिश की।
सख्ती होने पर उसने सोनिया के साथ अवैध संबंधों को स्वीकार कर लिया और हत्या की साजिश का खुलासा कर दिया। रोहित ने पुलिस को बताया कि सोनिया ने अपने पति की हत्या की सुपारी दी थी और हत्या के बाद फ़ोन सौंप दिया था। उसने स्वीकार किया कि हत्या जुलाई 2024 में की गई थी और शव को नाले में फेंक दिया गया था।
सबूतों के सामने आने पर टूट गईं सोनिया
रोहित के कबूलनामे के बाद सोनिया को हिरासत में लिया गया। उसने पुलिस को पहले गुमराह किया, लेकिन सबूतों के सामने आने पर वह टूट गई। उसने अपनी बहन के देवर विजय को प्रीतम की हत्या के लिए पैसे देने की बात कबूल की।
उसने पुलिस को बताया कि उसका पति प्रीतम डकैती और अपहरण सहित 10 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल अपराधी था। रोहित ने अकेले प्रीतम को मारने से मना कर 6 लाख यह कहते हुए मांगे थे कि किसी और को किराए पर लेना होगा। इस बीच, रोहित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और वह भूमिगत हो गया
ऐसे हुआ प्रीतम प्रकाश का कत्ल
सोनिया के मुताबिक 2 जुलाई, 2024 को पति प्रीतम से बहस के बाद वह रोहित की टैक्सी में गन्नौर में अपनी बहन के घर गई। 5 जुलाई को प्रीतम उसे वापस लेने आया तो सोनिया ने उसकी हत्या की साजिश सच डाली। तीसरे आरोपी विजय को मिलाकर उसे एक लाख रुपये की सुपारी दी गई। विजय ने प्रीतम का कत्ल कर दिया।
अगले दिन सोनिया दिल्ली लौट आई और गुमशुदगी की झूठी शिकायत दर्ज कराई। बाद में उसने प्रीतम का तिपहिया वाहन 4.5 लाख रुपये में बेच दिया, अपने कर्ज चुकाया और रोहित को 2.8 लाख रुपये दिए और विजय को 50,000 रुपये दिए।
एक गलती से पकड़ में आए तीनों आरोपी
सोनिया और रोहित की एक-एक गलती के कारण तीनों को दिल्ली क्राइम ब्रांच पकड़ने में कामयाब हो गई। दरअसल, प्रीतम के कत्ल के कुछ महीने बाद सोनिया ने प्रीतम का मोबाइल रोहित को नष्ट करने को दिया, जबकि उसे खुद नष्ट करना चाहिए था।
रोहित ने भी उसे नष्ट करने की बजाय खुद उसकी इस्तेमाल शुरू कर दिया था, जिसके कारण अंततः उनकी गिरफ्तारी हुई। तीसरे आरोपी विजय को जून 2025 में एक अलग चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह हरियाणा की एक जेल में बंद है। अधिकारियों ने बताया कि जुलाई 2024 में अज्ञात शव के पोस्टमार्टम के दौरान लिए गए डीएनए नमूने सुरक्षित रख लिए गए हैं और आगे की फोरेंसिक जांच जारी है।