EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

दिल्ली से लापता लड़की के परिजनों को मिला नोट, सामने आ गई अंतिम लोकेशन, आखिर कहां है स्नेहा देबनाथ?


राजधानी दिल्ली से एक लड़की के लापता होने का मामला सामने आया है। मूल रूप से त्रिपुरा के सबरूम की रहने वाली स्नेहा देबनाथ, दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज की छात्रा थी। 7 जुलाई से ही वह लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने भी अधिकारियों को खोजबीन अभियान में शामिल होने के निर्देश दिए हैं। इसी बीच अब स्नेहा के परिजनों के हाथ एक पत्र लगा है। यह पत्र कोई और नहीं, बल्कि स्नेहा द्वारा ही लिखा गया बताया जा रहा है।

महरौली में दर्ज हुई शिकायत

परिजनों ने बताया कि स्नेहा ने आखिरी बार सोमवार सुबह बात की थी और फिर उसका फोन बंद हो गया। 24 साल की स्नेहा देबनाथ के लापता होने की शिकायत थाना महरौली में दर्ज की गई है। प्राथमिकी संख्या 483/25, धारा 140(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। परिवार द्वारा दिए गए एक नोट से उसके सिग्नेचर ब्रिज से कूदने के इरादे का संकेत मिला है। रविवार शाम को दिल्ली पुलिस ने एक युवती का शव सिग्नेचर ब्रिज पर बरामद किया है, शव की पहचान कराई जा रही है।

—विज्ञापन—

सामने आई अंतिम लोकेशन

अब तक की जांच में सामने आया है कि कैब ड्राइवर ने उसे सिग्नेचर ब्रिज पर छोड़ा था, इसकी पुष्टि हो चुकी है। तकनीकी निगरानी से पता चला है कि आखिरी लोकेशन सिग्नेचर ब्रिज पर ही थी। कुछ चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने एक लड़की को पुल पर खड़ा देखा था और बाद में वह लापता पाई गई। इसके बाद एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के साथ निगम बोध घाट से नोएडा तक संयुक्त खोज अभियान चलाया गया है।

स्नेहा के करीबी दोस्तों ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से परेशान थी और उसने उस सुबह ईमेल और व्हाट्सएप संदेश भी भेजे थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है स्नेहा ने नदी में छलांग लगा दी हो। इसी कारण उसकी तलाश और तेज कर दी गई है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने इस मामले का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि स्नेहा देबनाथ कथित रूप से नई दिल्ली में लापता हो गई हैं, और यह मामला मुख्यमंत्री कार्यालय के संज्ञान में है। सीएमओ ने कहा है कि पुलिस को “तत्काल और उचित कार्रवाई” करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

यह भी पढ़ें : देश की राजधानी में ऑडी कार का कहर, रईसजादे ने फुटपाथ पर सो रहे 5 लोगों को कुचला

दिल्ली कितनी सुरक्षित है?

बता दें कि सिग्नेचर ब्रिज पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं और यह एक महत्वपूर्ण ब्रिज है। बताया जा रहा है कि इस ब्रिज के आसपास कई कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन एक भी कैमरा काम करता हुआ नहीं मिला। ऐसे में स्नेहा का पता लगाना बेहद मुश्किल हो गया है। माना जा रहा है कि अगर कैमरे काम कर रहे होते तो स्नेहा का पता लगाना आसान हो सकता था।