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दिल्ली में अंतरराज्यीय अवैध हथियार गिरोह का भंडाफोड़, स्‍पेशल सेल ने किया बड़ा खुलासा


राहुल प्रकाश, नई दिल्ली।

दिल्ली पुलिस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस सिलसिले में दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6 हथियार बरामद किए हैं, जिनमें 2 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल (.32 बोर) और 2 सिंगल शॉट पिस्टल शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान असारुल हक (30 वर्ष) और राम प्रवेश सिंह (33 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के निवासी हैं।

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मध्य प्रदेश के सप्लायर से खरीदे थे हथियार

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि दोनों ने ये हथियार मध्य प्रदेश के एक सप्लायर से खरीदे थे और इन्हें दिल्ली-एनसीआर व हरियाणा के अपराधियों को सप्लाई करने वाले थे। अधिकारियों ने बताया कि यह सिंडिकेट मध्य प्रदेश स्थित हथियार सप्लायर से हथियार प्राप्त करता था और इनकी आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के अपराधियों को करता था।

पुलिस ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाई

दक्षिणी रेंज के स्पेशल सेल को पिछले 4 महीनों से दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में मध्य प्रदेश से आने वाले अवैध हथियारों की आपूर्ति को खत्म के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। इसी को देखते हुए 29 अप्रैल को स्पेशल इनपुट के बाद पता चला कि असारुल हक और राम प्रवेश सिंह हथियारों की एक खेप मध्य प्रदेश से दिल्ली लेकर आए हैं और वे सराय काले खां के पास एक दिल्ली स्थित हथियार तस्कर से मिलने वाले हैं। सूचना के आधार पर, इंस्पेक्टर रंजीत सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और सराय काले खां के पास जाल बिछाया गया। टीम ने असारुल हक और राम प्रवेश सिंह नामक दो संदिग्धों को मौके पर ही पकड़ लिया।

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आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर

तलाशी के दौरान असारुल के पास से 4 सिंगल शॉट पिस्टल और राम प्रवेश सिंह के पास से 2 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और दो अतिरिक्त मैगजीन बरामद हुईं। गिरफ्तार आरोपियों से सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए आगे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में स्पेशल सेल थाना में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर संख्या 141/25 दर्ज की गई है। दोनों से पूछताछ जारी है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।

Current Version

Apr 30, 2025 21:23

Edited By

Satyadev Kumar