अप्रैल से ज्यादातर स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत हो गई है। ऐसे में ज्यादातर प्रावेट स्कूलों ने मनमाने तरीके से फीस बढ़ानी भी शुरू कर दी है। ग्रेटर नोएडा से ऐसी ही एक खबर सामने आ रही है, जहां प्राइवेट स्कूलों ने फीस में 12%-14% की बढ़ोत्तरी की है। इसका सीधा असर अभिभावकों की जेब पर पड़ने वाला है।
500 से अधिक प्राइवेट स्कूल
बता दें कि गौतमबुद्ध नगर में 500 से अधिक प्राइवेट स्कूल चल रहे हैं, जिनमें मनमाने तरीके से फीस वसूली जा रही है। प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ोत्तरी को कंट्रोल करने में प्रशासन भी नाकाम नजर आ रहा है। फीस के अलावा किताबें, ड्रेस और स्टेशनरी भी स्कूल की तरफ से ही बेची जा रही हैं, जिनके जरिए भी अभिभावकों से मोटी फीस ली जाती है।
कक्षा | प्रवेश फीस |
नर्सरी से UKG | 20,000 रुपए |
1-5 | 20,300 |
6-8 | 20,400 |
9-10 | 20,550 |
कमेटी ने नहीं लिया एक्शन
बता दें कि प्राइवेट स्कूलों की बढ़ती फीस पर लगाम लगाने के लिए जिला शुल्क नियामक समिति का गठन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता डीएम के द्वारा की जाती है। पिछले 2-3 साल में अभिभावकों की शिकायतों के बावजूद कमेटी ने प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है।
14% तक बढ़ी फीस
अभिभावकों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक स्कूल में तीसरी कक्षा की फीस 14 फीसदी तक बढ़ा दी गई है। स्कूल प्रबंधन कोर्स भी अपने पास से देता है और इसके लिए मनमाना पैसा वसूलता है। सिलेबस मार्केट में कहीं मिलता ही नहीं। फीस, स्टेशनरी और ट्रांसपोर्ट पर भी प्राइवेट स्कूलों में धड़ल्ले से मनमानी हो रही है।
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Apr 07, 2025 14:14
Edited By
Sakshi Pandey