EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

बारिश ने दिल्ली में तोड़ा 88 साल का रिकॉर्ड! अधिकारियों को 2 महीने तक नहीं मिलेगी छुट्टी


Delhi Rainfall : दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार की सुबह भी अपने साथ भारी बारिश लेकर आई। इसके चलते कई इलाकों में जलभराव की समस्या हो गई। दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर छत गिर गई। घटना में 1 व्यक्ति की जान चली गई तो कई अन्य घायल हुए। यह हादसा सुबह करीब 5.30 बजे हुआ था। इसके अलावा कई इलाकों में लोगों को घंटों तक बिना बिजली रहना पड़ा। बारिश ने आम जनजीवन के साथ–साथ ट्रैफिक पर भी असर डाला है। हालांकि, दिल्ली सरकार इन समस्याओं को हल करने की कोशिश में जुटी हुई है।

दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर गुरुवार से जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार गुरुवार सुबह 8.30 बजे से शुक्रवार सुबह 8.30 बजे के बीच दिल्ली में 228 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह जून में साल 1936 के बाद से सबसे ज्यादा बारिश है। यानी कि दिल्ली में 88 साल में इस बार जून में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। बता दें कि आम तौर पर जून के दौरान दिल्ली में 80.6 मिलीमीटर बारिश ही होती है। हालांकि, इस बारिश ने भयंकर गर्मी से राहत दी है, लेकिन कई अन्य समस्याएं भी खड़ी कर दी हैं।

Waterlogging after rain at the Safdarjung area. (ANI)

दिल्ली सरकार ने की 1 करोड़ के मुआवजे की मांग

राज्य की सरकार ने दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए हादसे में मारे गए शख्स के परिजनों के लिए केंद्र से 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है। आम आदमी पार्टी की नेता जैस्मिन शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को सामने आना चाहिए और इस हादसे का कारण स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद हादसा था। दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की छत का एक हिस्सा गिर गया। उन्होंने कहा कि इस घटना में 8 लोग घायल भी हुए हैं। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

एलजी ने दिए बारिश के स्तर के आंकलन के निर्देश

लेफ्टिनेंट जनरल वीके सक्सेना ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को निर्देश दिया है कि वह हरियाणा और और हिमाचल प्रदेश में अपने समकक्षों के साथ संपर्क में बने रहें। उन्होंने राज्य में हो रही बारिश के स्तर का आंकलन करने और इससे हुए जलभराव को खत्म करने के निर्देश भी जारी किए हैं। उन्होंने बिजली विभाग से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कटे तारों को सुरक्षित करें। उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश  जारी किया है और कहा है कि अगले 2 महीनों तक कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी।