कुख्यात नक्सली रामकेश्वर उरांव गिरफ्तार, पुलिस जंगल में न घुसे, इसके लिए बिछाता था IED बम
झारखंड के गुमला में पुलिस ने एक हार्डकोर भाकपा माओवादी को गिरफ्तार किया है. कुरूमगढ़ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 37 वर्षीय रामकेश्वर उरांव को हेठजोरी गांव स्थित उसके घर से धर दबोचा है. वो यहां अपने परिजनों से मिलने आया था. इस दौरान पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. रामकेश्वर उरांव पर जिले के कई थाने में मामले दर्ज है. पुलिस पिछले पांच साल से उनकी तलाश कर रही थी.
कुरूमगढ़ थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने बताया कि नक्सली रामकेश्वर उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वो पिछले पांच वर्षों से फरार चल रहा था. कई नक्सली वारदात में उसकी संलिप्तता रही है. जिला के अति नक्सल प्रभावित गुरदरी, कुरूमगढ़ व गुमला थाना में उसके विरुद्ध मामले दर्ज हैं. शीर्ष माओवादी नेता बुद्धेश्वर उरांव, रंथू उरांव, लाजिम अंसारी, खुदी मुंडा, अमन नगेशिया, सुदर्शन भुइयां के साथ रामकेश्वर उरांव घूमता था.
गिरफ्तार रामकेश्वर उरांव ने बताया कि वो पुलिस को जंगलों में घुसने से रोकने व जंगल में घुसने के बाद पुलिस को क्षति पहुंचाने के लिए अपने दस्ते के साथ मिल कर आईईडी बम बिछाने का काम करता था. इस कारण उसे संगठन में बड़ा पद देने की तैयारी चल रही थी. वो अक्सर नक्सली दस्ते के साथ घूमता था. पिता की मृत्यु का बाद वो नक्सली दस्ते में सक्रिय हो गया था. 15 सितंबर, 2022 को चापाझरिया, 17 फरवरी, 2021 को केरागानी, 25 फरवरी, 2021 को रोरेद जंगल में आईईडी बम बिछाने में वो शामिल था.
सर्चिंग अभियान के दौरान बम विस्फोट होने से दो कोबरा जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जबकि, एक ग्रामीण की इसमें मौत हो गई थी. पुलिस से हुई मुठभेड़ में रामकेश्वर उरांव बच निकला था. इसके बाद से वो डर गया था और संगठन में हथियार जमा कर छिपते फिर रहा था. पुलिस ने रेड डाल कर अब उसे गिरफ्तार कर लिया है.