Honey Trap गिरोह गिरफ्त में, एक टीचर की आपबीती से हुआ भंडाफोड़
भीलवाड़ा. बीते 4 मार्च की बात है. सरकारी स्कूल के एक टीचर को एक महिला का फोन आता है ‘आपको प्लॉट देखना था ना, आ जाइए आज दिखा देते हैं.’ वह टीचर जब फोन करने वाली महिला के घर पहुंचता है तो पानी पीते ही तकरीबन बेसुध हो जाता है. इस हालत में उस टीचर के कपड़े उतारकर उसके अश्लील फोटो खींचे जाते हैं और महिला के साथ उसका वीडियो बन जाता है. कुछ देर बाद उस टीचर के साथ ब्लैकमेलिंग शुरू होती है और मौके पर ही उसके बैंक खाते से 1लाख 10 हजार की रकम जबरन निकाल ली जाती है… यह टीचर कौन था? इससे ज्यादा जरूरी बात यह है कि क्या यह आप नहीं हो सकते?
जिले के स्कूल टीचर भैरूलाल जाट ने यह पूरी वारदात पुलिस को बताकर जब एफआईआर दर्ज करवाई तो यह भी बताया कि ब्लैकमेलरों ने धमकी भी दी कि पुलिस को इस बारे में कुछ बताया तो उसके खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवा देंगे. सुभाष नगर थाना अधिकारी नंदलाल रिणवा ने बताया कि मामला दर्ज होते ही तफ्तीश शुरू की गई और जाट की शिकायत सही पाई गई.
पुलिस ने शुरुआती जांच करते हुए फरियादी और आरोपियों के बैंक खातों के डिटेल्स, मेडिकल परीक्षण और मौका निरीक्षण के आधार पर घटना में लिप्त 3 महिलाओं सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक पति पत्नी बताए जा रहे हैं.
इस गिरोह की मोडस ऑपरेंडी समझें
पुलिस ने इस मामले में मुकेश सैन व उसकी पत्नी माया उर्फ पूजा, मनोज सोन, मीना उर्फ मैना राव और कृष्णा शर्मा को गिरफ्तार किया है. यह गैंग कैसे ब्लैकमेलिंग को अंजाम देता था, इस तरह समझें और सतर्क रहें.
- पहले भीलवाड़ा शहर और आस पास के क्षेत्र में अमीरों, प्रॉपर्टी डीलरों, डॉक्टरों और अन्य सरकारी कर्मचारियों की होती है निशानदेही
- प्लॉट खरीदने, नौकरी लगवाने, घरों में साफ़ सफ़ाई करवाने के नाम पर चिकनी चुपड़ी बातें
- फिर किसी सुनसान मकान या संदिग्ध जगह पर बुलावा
- अक्सर पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर करते हैं बेहोश
- फिर आपत्तिजनक फ़ोटो और वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने और रेप केस दर्ज करवाने की धमकी
कैसे चलता था पूरा नेटवर्क?
रिणवा ने कहा कि पहले भी यह गिरोह लोगों को जाल में फंसाकर लाखों रुपये की उगाही कर चुका है. आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में हनी ट्रैप की दर्जन भर से अधिक वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की. रिणवा के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ वकीलों के नाम बताकर कहा कि ये धंधे में धकेल देते हैं, फिर दलाली करते हैं. बाद में समझौता करवा देते हैं. रिणवा ने कहा इनका भी जल्द खुलासा किया जाएगा. इस गिरोह की सरगना कृष्णा शर्मा के बारे में पुलिस ने बताया है कि वह ज़िला अस्पताल में संविदा पर वार्ड लेडी पद पर कार्यरत है.