हत्यारा बेटा! पिता के मर्डर के लिए दी 1 करोड़ रुपये की सुपारी, दो आरोपियों संग पुलिस की गिरफ्त में
बेंगलुरु में संपत्ति विवाद में एक शख्स ने पिता की सुपारी देकर हत्या करवा दी. बेंगलुरु के एक 32 वर्षीय बेरोजगार शख्स, जिसकी पहचान एन मणिकांत के रूप में हुई है, ने अपने पिता की हत्या के लिए दो लोगों को 1 करोड़ रुपये की सुपारी दी. फिलहाल पुलिस ने बेटे सहित हत्या के दोनों आरोपियों आदर्श टी (26 वर्षीय) और शिवकुमार एनएम (26 वर्षीय) को होसकोटे से गिरफ्तार कर लिया है.
खुद बना पिता की हत्या का चश्मदीद गवाह
दरअसल, मराठाहल्ली के कावेरप्पा ब्लॉक के निवासी नारायण स्वामी की 13 फरवरी को हत्या हुई थी और उनका बेटा एन मणिकांत हत्या का चश्मदीद गवाह था. उसने उसी दिन मराठाहल्ली पुलिस में हत्या की शिकायत भी दर्ज कराई थी. उधर, पुलिस ने बताया कि पहली पत्नी की हत्या की सजा काट जेल से लौटने के बाद उसने दूसरी शादी की थी, लेकिन उसकी अपनी दूसरी पत्नी के साथ भी नहीं बनी और उसने अगस्त में उस पर जानलेवा हमला किया था.
पहली पत्नी की 2013 में हत्या
डीसीपी एस गिरीश ने बताया कि मणिकांत की पहली पत्नी की हत्या 2013 में हुई थी. हत्या के आरोप में मणिकांत को 7 साल की सजा भी हुई थी. जिसके बाद वह 2020 में बेंगलुरु सेंट्रल जेल से बाहर आया और वह अर्चना नाम की लड़की से शादी कर अपने माता पिता साथ मरथाहल्ली के एक अपार्टमेंट में रहने लगा था. दोनों (मणिकांत और अर्चना) की एक बेटी भी है. हालांकि, बाद में दोनों में विवाद होने लगे और अर्चना (दूसरी पत्नी) उससे अलग रहने लगी थी. उन्होंने बताया कि मणिकांत के पिता ने अर्चना के नाम एक फ्लैट खरीदने का निर्णय किया जो उसे (मणिकांत) नागवार गुजरा और उसने अपने माता-पिता की हत्या करने की ठान ली.
सुपारी किलर से जेल में मिला था मणिकांत
पुलिस ने बताया कि मणिकांत की शिवकुमार और आदर्श से जेल में मुलाकात हुई थी. उसने दोनों को काम पूरा होने के बाद 1 करोड़ की रकम और साथ ही साथ एक फ्लैट और एक कार देने का वादा किया था. उसने दोनों हत्यारों को एडवांस में 1 लाख रुपये भी दिए थे. पुलिस ने बताया कि मणिकांत की चार बहनें भी हैं