इंदौर. ‘जिंदगी में बहुत उलझन है. अब जीना नहीं चाहते, स्वेच्छा से जान दे रहे हैं. अंतिम संस्कार गांव में किया जाए.’ ‘मुझे दुल्हन की तरह तैयार किया जाए. उसी वेष में अंतिम संस्कार किया जाए.’ ये उस सुसाइड नोट की लाइने हैं जिन्हें लिखकर इंदौर में पति-पत्नी ने जान दे दी. पति बैंक कर्मचारी था और पत्नी गृहिणी थी. आत्महत्या के पीछे कर्ज को वजह बताया जा रहा है. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस ने दोनों के मोबाइल और सुसाइड नोट जब्त कर लिए हैं. मामला ग्रीन व्यू कॉलोनी का मंगलवार शाम का है.
पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम सूचना मिली कि ग्रीन व्यू कॉलोनी के आयुष्मान अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 301 में रहने वाले पति-पत्नी ने आत्महत्या की कोशिश की है. जांच में पता चला कि मोनू गुप्ता और उनकी पत्नी अंजलि ने जहर खा लिया और कुछ देर बाद तड़पते हुए फ्लैट से बाहर आए. पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की. अस्पताल में मोनू को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला को आईसीयू में भर्ती किया गया. इलाज के दौरान बुधवार सुबह उसकी भी मौत हो गई. दोनों की शादी इसी साल हुई थी.
मोनू के फ्लैट पर पुलिस पहुंची तो वहां सुसाइड नोट मिला. इसमें लिखा है- जिंदगी में बहुत उलझन है. अब जीना नहीं चाहते, स्वेच्छा से जान दे रहे हैं. अंतिम संस्कार गांव में किया जाए. अंजलि ने लिखा- उसे दुल्हन की तरह तैयार किया जाए. उसी वेष में उसका अंतिम संस्कार किया जाए. अंजलि बेटमा की थी, जबकि मोनू मूसाखेड़ी इलाके का रहने वाला था. अप्रैल में शादी के कुछ दिनों बाद दोनों मूसाखेड़ी से लसूड़िया इलाके में आकर इस फ्लैट में किराए से रहने लगे थे. पुलिस ने बताया कि मृतक की एक छोटी बहन है और उसके पिता फास्टफूड का ठेला चलाते हैं. बताया जा रहा है कि मोनू एक दिन पहले ही पत्नी अंजली को परिवार से मिलाने घर लाया था. घरवाले आत्महत्या के पीछे की वजह कर्ज बता रहे हैं.